उत्तर प्रदेश में पहले चरण के तहत लोकसभा की आठ सीटों पर मतदान हुआ. अब दूसरे राउंड में 26 अप्रैल को भी आठ सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पिछले चुनाव से करीब छह प्रतिशत वोट कम पड़े. आठ में से लोकसभा की पांच सीटों पर तो 60 प्रतिशत भी वोट नहीं पड़े. इसके बाद से बीजेपी कैंप का टेंशन बढ़ गया है. पार्टी ने वर्चुअल मीटिंग कर कुछ बड़े फैसले किए हैं.
बीजेपी ने हर कार्यकर्ता को 10 वोट निकालने की जिम्मेदारी दी है. अगले राउंड में मतदान प्रतिशत बढ़ने पर पार्टी का फोकस है. इसके लिए पन्ना प्रमुख से लेकर मंडल अध्यक्षों तक की रणनीति बनाई गई है. पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान के दिन संपर्क कर बूथ तक पहुंचाने का काम दिया गया है. कार्यकर्ताओं के साथ पन्ना प्रमुख एक-एक वोटर से संपर्क करेंगे.
मतदान से पहले दो से तीन बार वोटरों से संपर्क करने को कहा गया है. बीजेपी कार्यकर्ता बाहर रहने वाले मतदाताओं की लिस्ट बनाकर उन्हें घर बुलाने का प्रयास करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को शक्ति केंद्र से अभियान की मॉनिटरिंग करने को कहा गया है. बीजेपी ने यूपी में प्रदेश भर के बूथ, जिला, क्षेत्र स्तर के पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं. दलित वोटरों को बूथ तक लाने के लिए अलग से अभियान चलाने का फैसला हुआ है.
मौसम भी बना चिंता का सबब
उधर, मौसम भी सभी पार्टियों के लिए चिंता का सबब बन गया है. पहले चरण की वोटिंग के बाद हीट वेव और भयंकर गर्मी की वजह से वोटरों के उत्साह में कमी है. बीजेपी इससे निपटने के लिए अलग रणनीति पर काम कर रही है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी शाम में वोटिंग का समय बढ़ने का आग्रह चुनाव आयोग से कर सकती है.
सभी पोलिंग बूथ पर पानी टेंट और कूलर का अनिवार्य रूप से इंतजाम हो, साथ ही सुबह के समय में ज्यादा से ज्यादा पोलिंग हो इस पर ध्यान दिया जाएगा. बीजेपी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है कि वो सुबह में ज्यादा से ज्यादा वोटरों को बूथ तक लाने की कोशिश करें ताकि लोगों को गर्मी/लू का सामना न करना पड़े.