Breaking
जीतू पटवारी के विवादित बयान को भाजपा नेताओं ने बताया महिलाओं का अपमान, इंदौर में की प्रेस कॉन्फ्रेंस... शिवराज की सभा में अचानक क्यों आग बबूला हो गए विधायक सुरेंद्र पटवा, अफसर को दे डाली धमकी.. छत्तीसगढ़: BSF जवानों की बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई, 17 जवान घायल पांच दशकों के जुड़ाव पर लग गया विराम, राहुल ने क्यों छोड़ी अमेठी? कौन हैं दिनेश सिंह, जिन्हें BJP ने रायबरेली से दिया टिकट, फ्लाइट में प्रियंका से कहा था- खतरे में है... हार का डर या रणनीति का हिस्सा…राहुल ने अमेठी के बजाय रायबरेली को क्यों चुना? कांग्रेस ने खत्म किया सस्पेंस, रायबरेली से राहुल तो अमेठी से केएल शर्मा को बनाया उम्मीदवार डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’ दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी

मुख्यमंत्री चौहान ने लगाए सप्तपर्णी और मौलश्री के पौधे

Whats App

भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में सप्तपर्णी और मौलश्री के पौधे लगाए। माचिस के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का संदेश देने वाले, तीन बार के लिम्का बुक रिकॉर्ड होल्डर माचिस मेन श्री सुनील भट्ट ने भी इस अवसर पर पौध-रोपण किया।

आगा क्लब के श्री सुनील भट्ट के साथ श्री विमल साहू और श्री मनोज बुद्धि राजा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। श्री सुनील भट्ट के पास स्वच्छता और पर्यावरण विषय सहित अन्य प्रकार की 250 से अधिक माचिसों का संग्रह है। वे इन माचिसों की प्रदर्शनी से स्वच्छता तथा पर्यावरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए अब तक 105 प्रदर्शनियाँ आयोजित कर चुके हैं। भेल में सब एडिशनल इंजीनियर के पद पर कार्यरत श्री भट्ट ‘माचिस मेन’ के नाम से प्रसिद्ध है। वर्ष 2018 में टीवी कार्यक्रम “कौन बनेगा करोड़पति” में भी इनके कार्य की सराहना हुई है।

आगा क्लब पौध-रोपण के साथ-साथ स्वच्छता सहित प्लास्टिक और पन्नी मुक्त अभियान का भेल क्षेत्र में संचालन कर रहा है। आगा क्लब वरिष्ठ नागरिकों के लिए गतिविधियाँ संचालित करने के साथ ही खेलकूद, स्वास्थ्य, सुरक्षा और नशा-मुक्ति के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं।

Whats App

पौधों का महत्व

मौलश्री को संस्कृत में केसव, हिन्दी में मोलसरी या बकूल भी कहा जाता है। यह औषधीय महत्व का वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। सप्तपर्णी का पौधा सदाबहार औषधीय वृक्ष है, जिसका आयुर्वेद में बहुत महत्व है। इस पौधे का उपयोग विभिन्न औषधियों के निर्माण में किया जाता है।

जीतू पटवारी के विवादित बयान को भाजपा नेताओं ने बताया महिलाओं का अपमान, इंदौर में की प्रेस कॉन्फ्रेंस..     |     शिवराज की सभा में अचानक क्यों आग बबूला हो गए विधायक सुरेंद्र पटवा, अफसर को दे डाली धमकी..     |     छत्तीसगढ़: BSF जवानों की बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई, 17 जवान घायल     |     पांच दशकों के जुड़ाव पर लग गया विराम, राहुल ने क्यों छोड़ी अमेठी?     |     कौन हैं दिनेश सिंह, जिन्हें BJP ने रायबरेली से दिया टिकट, फ्लाइट में प्रियंका से कहा था- खतरे में है आपकी कुर्सी     |     हार का डर या रणनीति का हिस्सा…राहुल ने अमेठी के बजाय रायबरेली को क्यों चुना?     |     कांग्रेस ने खत्म किया सस्पेंस, रायबरेली से राहुल तो अमेठी से केएल शर्मा को बनाया उम्मीदवार     |     डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार     |     दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’     |     दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374