जबलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (अभाविप) के अधिकारियों से मुलाकात की। एमजीएम कालेज के वर्ष 2019 बैच के अंतिम वर्ष की सर्जरी की प्रायोगिक परीक्षा के परिणाम की जांच की मांग की है। अभाविप का आरोप है कि कालेज में 10 से 15 मार्च, 2024 के बीच जनरल सर्जरी और आर्थोपेडिक सर्जरी विभाग की अंतिम वर्ष की प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके 27 मार्च को घोषित किए गए परिणाम में 41 छात्र-छात्रा अनुत्तीर्ण है।
इस मामले में अभाविप ने कुलसचिव डा. पुष्पराज सिंह बघेल को ज्ञापन सौंपा है
आश्चर्यजनक बात यह है प्रायोगिक परीक्षा में उन छात्र-छात्राओं को भी अनुत्तीर्ण किया गया है जिन्हें लिखित परीक्षा में विशेष योग्यता (डिस्टिंक्शन) प्राप्त हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि छात्र-छात्राओं को जानबूझकर प्रायोगिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण किया गया है। इस मामले में अभाविप ने कुलसचिव डा. पुष्पराज सिंह बघेल को ज्ञापन सौंपा है।
कुलसचिव ने परीक्षण उपरांत उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है
प्रायोगिक परीक्षा के परिणाम जांच कर संशोधित परीक्षाफल जारी करने की मांग की है। कुलसचिव ने परीक्षण उपरांत उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर अभाविप मेडिविजन प्रांत प्रमुख देवांश अवस्थी, प्रांत जिज्ञासा प्रमुख रोहित पांडे, स्नेही शारदा, शिवांशु पटेल, आयुष शर्मा, रोहित सोलंकी उपस्थित थे।