लोकसभा चुनाव को लेकर जमकर प्रचार किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार रैलियां कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने कर्नाटक के सिरसी दौरे के दौरान अंकोला की फल विक्रेता मोहिनी गौड़ा से मुलाकात की. पीएम रविवार को राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी में एक सार्वजनिक रैली करने पहुंचे थे. उन्होंने हेलीकॉप्टर से उतरते ही सबसे पहले मोहिनी गौड़ा से मुलाकात की.
मोहिनी गौड़ा अंकोला की एक फल विक्रेता हैं और वह अंकोला बस स्टैंड पर पत्तों में लपेटे हुए फल बेचती हैं. उनकी एक अनोखी विशेषता है कि यदि कोई फल खाकर पत्ते फेंक देता है तो वह पत्ते उठाकर कूड़ेदान में डालती हैं. पीएम मोदी ने उनके अच्छे काम के लिए उनकी सराहना की. पीएम मोदी के स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने वाले लोगों के ऐसे उदाहरण दूसरों के लिए भी प्रेरक शक्ति के रूप में कार्य करते हैं.
‘कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया’
वहीं, पीएम मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला था. पीएम ने राम मंदिर मसले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके सारे चट्टे-बट्टे राम मंदिर को रोकने के लिए 70 साल तक कोशिश करते रहे. इसके बाद भी राम मंदिर के ट्रस्टी कांग्रेस के सारे गुनाहों को भूलकर उनके घर गए और प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया, लेकिन इन्होंने (कांग्रेस) राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया. जिन्होंने रामलला का अपमान किया, जिन्होंने निमंत्रण को ठुकरा दिया, ऐसे लोगों को देश ठुकराएगा.
पीएम ने कहा, ‘हुबली में कुछ दिन पहले, हमारी एक बेटी के साथ जो कुछ हुआ उसे देखकर पूरा देश चिंतित है. कर्नाटक में हर मां-बाप को अपनी बेटी की चिंता सता रही है. इतना बड़ा कदम उठाने की हिम्मत उस अपराधी में आई कैसे? उसे पता है, वोट बैंक के भूखे लोग कुछ दिन बाद उनको बचा लेंगे, इसलिए ऐसा पाप करने की हिम्मत आती है. कांग्रेस सरकार, कर्नाटका को तबाह करने में जुटी है. कांग्रेस, क्राइम को कंट्रोल करने की बजाय, एंटी सोशल और एंटी नेशनल माइंडसेट को बढ़ावा दे रही है.’
कांग्रेस ने भारत के सही इतिहास को तोड़ा-मरोड़ाः पीएम
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि हजारों वर्षों से जो राजा-महाराजा हमारे देश में हुए, वे सब अत्याचारी थे, वे लुटरे थे. कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि उसने भारतीय संस्कृति को नष्ट किया, भारत के सही इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा. कांग्रेस का मकसद यही था कि छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप जैसे महान योद्धाओं का इतिहास अगली पीढ़ी को पता ही नहीं चले.’