Congress और सपा ने घुटने टेक दिए हैं, वे लड़ना ही नहीं चाहते….कांग्रेस कैंडिडेट के BJP में आने पर CM ने कसा तंज
मध्य प्रदेश में आज नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन इंदौर में कांग्रेस कैंडिडेट ने नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए। ऐसे भाजपा कैंडिडेट शंकल लालवानी की जीत पक्की हो गई। मुख्यमंत्री ने इंदौर के राजनीतिक घटनाक्रम पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था, मध्यप्रदेश पूरा मोदी मय हुआ है। वर्तमान में पूरे देश में प्रचंड आंधी चल रही है। खासकर मध्यप्रदेश में…हमको मालूम है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने 29 सीटों पर समझौता किया है। 28 सीट कांग्रेस को दी और 1 सीट समाजवादी पार्टी ने ली है। खजुराहो सीट से पहले समाजवादी पार्टी के सदस्य ने अपना नॉमिनेशन फॉर्म वापस लिया या एक तरह से जानबूझकर कर उन्होंने फॉर्म में त्रुटि की… ताकि कलेक्टर के पर आरोप लगाए। उन्होंने एक तरह से विड्रॉ किया।
घोषित तरीके से उन्होंने कहा कि प्रशासन ने गलती कर दी, जबकि उसी समय स्पष्ट किया गया था कि जब कोई उम्मीदवार फॉर्म भर के दो-दो जगह हस्ताक्षर नहीं करता तो इसका मतलब यह है कि वो चुनाव नहीं लड़ना चाहता। तब भी कांग्रेस और अन्य लोगों ने कहा कि इन्होंने गलत किया है। जब आज कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी ने प्रदेश अध्यक्ष की नगरी में फार्म जमा किया और आज विड्राल के दिन वापस ले लेता है तो उसमें हम क्या कर सकते हैं..?
सीएम मोहन ने आगे कहा कि कांग्रेस ने घुटने टेक दिए हैं। हमारे मध्यप्रदेश के अंदर समाजवादी पार्टी ने घुटने टेक दिए हैं। वह लड़ना ही नहीं चाहते, उनमें दम नहीं बचा। ये लोकतंत्र की ताकत और मोदी जी की लोकप्रियता है।
मुझे जानकारी मिली है कि कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा की सदस्यता के लिए आवेदन भी कर दिया है। हम उसके आवेदन पर विचार कर रहे हैं अगर उसे भाजपा ज्वाइन करना है, तो उसे कराएंगे भी।
खास बात यह है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जिस नगर में रहता हो, उस जिले का प्रत्याशी यदि अपनी लोकसभा की टिकट लौट रहा है, तो इसका मतलब है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए।