पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आशंका जताई कि तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा के पूर्व सांसद कुणाल घोष की हत्या हो सकती है. अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि कुणाल घोष सच बोलने लगे हैं, जो मुख्यमंत्री को पसंद नहीं है. बता दें कि बीजेपी उम्मीदवार तापस रॉय के समर्थन में बयान देने से नाराज पार्टी ने कुणाल घोष को महासचिव के पद से हटा दिया है. इसे लेकर बंगाल की सियासत में घमासान मचा हुआ है. कुणाल घोष को मतदान के बीच एक रक्तदान शिविर में उत्तरी कोलकाता के भाजपा उम्मीदवार तापस रॉय के साथ एक मंच पर देखा गया था. उस मच पर वह तापस रॉय में पक्ष में बयान दिया था.
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, सुदीप बंद्योपाध्याय से तकरार के बीच कुणाल घोष की टिप्पणी को पार्टी ने ठीक से नहीं लिया. हालांकि तृणमूल का दावा है कि कुणाल घोष की टिप्पणी उनकी अपनी है. इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.
हालांकि अधीर चौधरी ने दावा किया, ”कुणाल घोष अब सीधी बात करने लगे हैं. यह ममता बनर्जी को पसंद नहीं है. कुछ दिनों बाद ही कुणाल घोष को जेल में डाल दिया जाएगा. उसकी हत्या हो सकती है. झूठे मामले में जेल भी हो सकती है.”
कुणाल ने कहा-टीएमसी में हैं और रहेंगे
इस बीच, एक दिन पहले निष्कासन को लेकर कुणाल घोष की आंखों में आंसू देखे गये थे. उन्होंने कहा कि वह टीएमसी के कार्यकर्ता थे और रहेंगे. आज या कल, ममता दीदी-अभिषेक समझेंगे कि कौन सही है और कौन गलत है. कुणाल घोष ने कहा कि उनका मानना है कि जो भी व्यवस्था या जो भी पत्र दिया गया था, वह ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी की सहमति से ही दिया गया है.
बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में बयान देना पड़ा महंगा
बता दें कि टीएमसी के राज्यसभा के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने एक बयान जारी कर कहा था कि कुणाल घोष के बयान उनके निजी बयान हैं और उन्हें पार्टी के महासचिव पद से हटा दिया गया था. उसके बाद पार्टी ने उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची से भी हटा दिया. उसके बाद उन्होंने कहा कि वह पहले भी टीएमसी में थे और अभी भी टीएमसी में हैं. वह टीएमसी के कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहेंगे.