प्रेस फ्रीडम डे पर भी शुक्रवार को पाकिस्तान में पत्रकारों पर कहर जारी है. पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को एक बम ब्लास्ट में एक वरिष्ठ पत्रकार की मौत हो गई और सात अन्य लोग घायल हो गए. मृतक पत्रकार की पहचान खुजदार प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुहम्मद सिद्दीक मेंगल के रूप में हुई है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मुहम्मद सिद्दीक मेंगल जब खुजदार शहर के बाहरी इलाके में सुल्तान इब्राहिम राजमार्ग से जा रहे थे. उसी समय एक रिमोट-नियंत्रित बम ने उनके वाहन को टक्कर मार दी. इस टक्कर में उनकी मौत हो गई.
पुलिस का कहना है कि विस्फोट में सात अन्य लोग भी घायल हुए हैं. एक स्वतंत्र राष्ट्रीय मीडिया निगरानी संस्था फ्रीडम नेटवर्क की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 सालों में पाकिस्तान में 53 पत्रकारों की हत्या हुई है, हालांकि केवल दो मात्र में ही दोषियों को सजा मिली है.
बता दें कि बलूचिस्तान कई वर्षों से आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है और लगातार ब्लास्ट और आतंकी हमले की घटनाएं घटती रही हैं. इससे यह पूरा इलाका अशांत है और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर लगातार सवालिया निशान लगते रहे हैं.
गुरुवार को बारूदी सुरंग में हुआ था धमाका
हाल ही में, गुरुवार को बलूचिस्तान के डुकी जिले में थाइकेदार नड्डी के पास हुए दोहरे बारूदी सुरंग विस्फोटों में कम से कम एक की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे. पहला विस्फोट तब हुआ जब एक ट्रक बारूदी सुरंग से टकराया, उसके बाद दूसरा विस्फोट तब हुआ जब लोग घटनास्थल पर एकत्र हुए थे.
पिछले शुक्रवार को, अज्ञात हमलावरों ने पिशिन जिले के काली तारता इलाके में गोलीबारी की और एक डीएसपी और एसएचओ सहित दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घायल कर दिया था. जिले के टंप इलाके में इसी तरह की एक घटना में हथियारबंद लोगों ने दो मजदूरों की हत्या कर दी थी.
10 सालों में 53 पत्रकारों का हुआ मर्डर
2023 में रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स (आरएसएफ) द्वारा प्रकाशित विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में पाकिस्तान 180 देशों में से 150वें स्थान पर था. यह एक गैर-लाभकारी संस्था है जो सूचना की स्वतंत्रता का बचाव और प्रचार करती है. फ्रीडम नेटवर्क की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2012 से 2022 तक देश में कम से कम 53 पत्रकारों की हत्या कर दी गई. केवल दो मामलों में सजा हुई है.