मुंबई के घाटकोपर में एक पेट्रोल पंप पर लगा अवैध होर्डिंग गिर गया. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई. इस तरफ प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है, लेकिन राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की वजह से सियासत भी गरमा गई है. बीजेपी ने इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया है. बीजेपी विधायक राम कदम ने होर्डिंग के साथ कंपनी के मालिक भावेश भिड़े और उद्धव ठाकरे की फोटो शेयर की. अब इस मामले में उद्धव ठाकरे के पक्ष में उनकी पार्टी से नहीं बल्कि एनडीए में शामिल एनसीपी के नेता छगन भुजबल आ गए हैं.
छगन भुजबल ने कहा कि राज्य में सरकार हमारी है. मुंबई नगर निगम भी इस समय हमारा है, तो उस जमाखोरी मामले का उद्धव ठाकरे से क्या लेना-देना है. कई लोग राजनीतिक नेताओं से मिलने आते हैं. व्यापारी सबके पास आते हैं. वे मिठाइयां लाते हैं और तस्वीरें खिंचवाते हैं. इस हादसे से उद्धव ठाकरे का इससे कोई लेना-देना नहीं है. भुजबल ने कहा कि इस मामले में राजनीति करने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए.
छगन भुजबल मांग, दोषियों को मिले कड़ी सजा
भुजबल ने कहा कि मुंबई में एयरपोर्ट के रास्ते में ऐसे कई होर्डिंग देखने को मिलते हैं. इनका वजन भी बहुत होता है. ये सभी अवैध हैं. इन सभी होर्डिंग्स की जांच होनी चाहिए. अब सभी प्रशासनिक संस्थाओं को कठोर कार्रवाई करने की जरूरत है. लापरवाही के कारण जो राहगीर मरे, उनका गुनाह क्या था? क्या सरकार के 5 लाख देने से ये सब खत्म हो जाएगा? इस मामले की जांच होनी चाहिए और कड़ी सजा दी जानी चाहिए. होर्डिंग का आकार जितना होना चाहिए उससे कहीं ज्यादा बड़ा था.
दरअसल, बीजेपी विधायक राम कदम ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह भावेश भिड़े ही है जो उद्धव ठाकरे के घर में है. 14 निर्दोष लोगों की मौत का जिम्मेदार है. ये परेशान करने वाली तस्वीर है. उन अवैध होर्डिंग्स को किसने संरक्षण दिया? ये बात इस तस्वीर से साफ है. आज भी कमीशन के लिए 14 लोग बेगुनाह मारे गए हैं. इस पाप का भुगतान कहां होगा?’
पेट्रोल पंप पर गिरा 250 टन का होर्डिंग
घाटकोपर हादसे की तस्वीरों ने सभी को हैरान कर दिया. 100 फीट ऊंचा होर्डिंग पेट्रोल पंप की छत पर गिर गया. होर्डिंग का वजन करीब 250 टन था. उसके गिरते ही पेट्रोल पंप के नीच खड़े लोग और गाड़ियां दब गईं. आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और एनडीआरएफ की टीमें बुलाई गईं, जिसके बाद जेसीबी और कटर की मदद से घायल लोगों को बाहर निकाला गया. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई और 44 घायल हुए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से 31 लोगों का प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी गई. 13 घायल लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है.