दुनिया बदल रही है. बहुत तेजी से. उसी के अनुरूप सिनेमा भी बदल रहा है. हालात बदल रहे, माहौल बदल रहा. अब सिनेमा को लोग ज्यादा गंभीरता से लेने लग गए हैं. अब ये लाइन पुरानी हो गई कि बॉलीवुड में तो कुछ बनता ही नहीं है, जो बनता है सब हॉलीवुड में बनता है. अब साउथ की छवि भी पहले जैसी नहीं रह गई. पहले साउथ की फिल्मों को लोग हंसी-मजाक में लेते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब साउथ की फिल्मों की धूम दुनियाभर में है और फैन्स बस इसी इंतजार में रहते हैं कि प्रभास, यश, राम चरण और अल्लू अर्जुन जैसे स्टार्स की फिल्में कब आएंगी. साथ ही एक और दिलचस्प चीज जो कोरोना काल के बाद देखने को मिली है वो है साउथ और बॉलीवुड का याराना. ये याराना बहुत आगे तक जाने वाला है. इसकी सुखद शुरुआत का ही नतीजा है कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री आज फल-फूल रही है. पैन इंडिया फिल्मों की कतार लगी है. बड़े-बड़े बजट की फिल्में बन रही हैं. जितना एक समय में फिल्में कमाती नहीं थी उससे दुगने बजट में तो फिल्में बन कर तैयार हो रही हैं.
ऐसी ही एक फिल्म है रणबीर कपूर की रामायण. फिल्म को नितेश तिवारी बना रहे हैं. इसका बजट करीब 800 करोड़ बताया जा रहा है. अभी के लिए किन्हीं कारणों से इसका टेंटेटिव टाइटल गॉड पावर रखा गया है. इसमें रणबीर कपूर भगवान राम के रोल में दिखेंगे. सीता के रोल में साई पल्लवी दिखेंगी. रावण के रोल के लिए यश ने तैयारी शुरू कर दी है. सनी देओल भी हनुमान बनने के लिए तैयार हैं. ऐसे में फिल्म को लेकर फैन्स की बेकरारी भी हर नए अपडेट के साथ बढ़ती जा रही है. लेकिन जैसे-जैसे ये फिल्म अपनी मेकिंग का रास्ता तय कर रही है, आने वाले समय के लिए ये इंडियन सिनेमा की रूपरेखा बदल देने की ओर बढ़ रही है. इन 5 वजहों से ये बात साबित भी होती है.
साउथ-बॉलीवुड का महामिलन
अब फिल्मों में साउथ और हिंदी बेल्ट के स्टार्स का एक साथ आना कोई नई बात तो नहीं रही. इस फिल्म में भी ऐसा और खुले तौर पर देखने को मिल रहा है. जहां एक तरफ बॉलीवुड से रणबीर कपूर, सनी देओल, लारा दत्ता और अरुण गोविल जैसे कलाकार नजर आएंगे वहीं दूसरी तरफ साउथ से यश, विजय सेतुपति और साई पल्लवी जैसे आर्टिस्ट भी फिल्म का हिस्सा बन गए हैं. अभी फिल्म की पूरी कास्ट रिवील नहीं की गई है. ऐसे में जिस अनुपाद से कास्टिंग हुई है उससे ये तो साफ है कि पूरी लिस्ट आ जाने के बाद ये साउथ और बॉलीवुड का महामिलन ही माना जाएगा.
फिल्म का महाबजट
एक दौर था जब अगर फिल्में 100-200 करोड़ कमा लें तो मौज ही हो जाती थी. लेकिन अब तो फिल्मों का बजट ही 300-400 करोड़ का हो जाता है. ये भी ज्यादा लगता है. लेकिन यहां तो मामला और भी 21 है. रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म का बजट 830 करोड़ के आस-पास बताया जा रहा है. ये अपने आप में बहुत ज्यादा है. ये तो सनी देओल की गदर 2 और प्रभास की सलार के वर्ल्डवाइड कलेक्शन से भी ज्यादा है. ऐसे में इस बजट को भी महाबजट तो कहा ही जा सकता है. साथ ही इस फिल्म पर काफी ज्यादा कमाई करने की जिम्मेदारी भी होगी.
मैथोलॉजिकल लिंक
एक समय ऐसा था जब हर तरफ रमानंद सागर की रामायण के ही चर्चे थे. आज भी होते हैं. क्योंकि इस सीरियल का असर ही कुछ ऐसा था. हमारे मैथोलॉजिकल कहानियों के साथ कोई छेड़-छाड़ किए बिना इसे बहुत सुंदर ढंग से बनाया गया. जिसने भी देखा उसे मजा आया. इसका असर ऐसा था कि जब 3 दशक बाद इसे दूरदर्शन पर फिर से टेलिकास्ट किया गया तो इसकी व्यूअरशिप ने दुनियाभर के रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए. अब इसी पौराणिक गाथा पर नितेश तिवारी ने फिल्म की मुहर लगा दी है. पहला कदम आगे बढ़ा दिया है. मतलब शूटिंग शुरू भी कर दी है. अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहता है तो निश्चित ही इस फिल्म का पोटेंशियल इसे बॉलीवुड कि अबतक की सबसे सक्सेसफुल फिल्म बना देगा.
फिल्ममेकिंग अप्रोच
इस फिल्म का मेकिंग अप्रोच भी जरा अलग है. इसे पार्ट्स में बनाने की तैयारी चल रही है. कभी-कभी कहानियों को 3 घंटे में समेट कर नहीं रखा जा सकता है. कहानियां दम तोड़ देती हैं. क्योंकि उनके साथ पूरा इंसाफ नहीं होता. लेकिन ये फिल्म तसल्लीबख्श तरीके से फ्रेम की जा रही है. इसे पार्ट्स में लाने की तैयारी है. हाल ही में फिल्म को लेकर एक नया अपडेट आया कि इसमें रावण का रोल प्ले कर रहे यश की कॉस्ट्यूम सोने से बनी होगी. ये सब चीजें बता रही हैं कि इसे कितने बड़े कैनवास पर गढ़ा जा रहा है.
बड़े पैमाने पर प्रमोशनल स्टंट्स
इस मूवी की बात 2023 से चल रही है. फिल्म बननी शुरू हुई है 2024 में. और आएगी 2025 में. इससे ही जाहिर है कि अगर किसी फिल्म को लेकर लंबे समय तक चर्चा हो रही है तो उसका आधे से ज्यादा प्रमोशन तो ऐसे ही हो जाता है. यही हो भी रहा है. फिल्म के बारे में लोग ज्यादा जानना चाह रहे हैं. इसपर और अपडेट्स के इंतजार में हैं. ऐसे में इसका सीधा फायदा तब होगा जब फिल्म आएगी. पहले पार्ट में फिल्म की कमाई का सबसे ज्यादा श्रेय इस बज़ का ही होगा. और दूसरे पार्ट की कमाई तो पहले पार्ट की कमाई से तय होगी.
कुल मिलाकर बात ये है कि नितेश तिवारी ने अपने करियर में अलग-अलग मिजाज की बढ़िया फिल्में बनाई हैं जिन्हें पसंद किया गया है. दर्शक उनपर भरोसा करते हैं. फिल्म में पैसा भी बढ़िया लग रहा है. कास्ट झन्नाटेदार है ही. ऐसे में इस फिल्म का भविष्य भारतीय सिनेमा का भविष्य निर्धारित कर सकता है. इसे और सीधे तौर पर समझिए तो जब शाहरुख खान की पठान साल 2023 में आती है और बॉलीवुड की डूबती नैया को पार लगा सकती है तो ये ऐतिहासिक फिल्म भी इतिहास बदलने का माद्दा रखती है. वजहें 5 हमने बता ही दी हैं. और भी होंगी. अपन को करना क्या है? बस फिल्म के आने का इंतजार. तब तक के लिए जय जय श्री राम.