मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 44 डिग्री पर पहुंचने से लोग गर्मी से बेहाल हो रहे है। ऐसे में लोगों के साथ साथ भगवान को भी गर्मी से बचाने की कोशिश शुरू हो गई है। जहां उज्जैन के इस्कान मंदिर में राधा कृष्ण को भीषण गर्मी से बचाने के लिए पंखे, कूलर एसी का इस्तेमाल किया जा रहा है। भगवान को चन्दन के लेप लगाकर गर्मी से राहत देने के जत्न किए जा रहे हैं।
मई में जाते जाते सूरज ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। आलम ये है कि तपती दोपहरी को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में गर्मी से बचाने के लिए इस्कॉन मंदिर में भगवान श्री कृष्ण, बलराम सुदामा राधा सहित अन्य देवी-देवता को बचाने के और शीतलता प्रदान करने के लिए खास इंतजाम किए है। इस्कॉन मंदिर में भगवान के गर्भगृह को ठंडा रखने के लिए तीन एसी लगाए गए है। भगवान को ठंडक के लिए चन्दन का लेप भी लगाया जायेगा।
इस्कॉन मंदिर के पंडित राघव दास ने कहा कि जिस तरह आम इंसान को गर्मी और ठंड लगती है, उसी तरह भगवान का भी इन महीनों ख़ासा ध्यान रखा जाता है। ठंड में भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाते हैं और अधिक गर्मी होने से एसी लगाए है।
11 मटकियां से बाबा महाकाल को दी जा रही ठंडक
वहीं विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भी भगवान महाकाल को गर्मी से बचाने की कोशिश की जा रही है। महेश पुजारी ने बताया कि वैशाख कृष्ण प्रतिपदा 24 अप्रैल से मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग पर मिट्टी के 11 कलश बांधे हैं जिनसे जल प्रवाह कर भगवान को शीतलता प्रदान की जा रही है।
दही, छांछ और तरबूज आम सहित पेय पदार्थों से भगवान को दी जा रही ठंडक
वही सांदीपनि आश्रम के पुजारी रूपम व्यास ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण बलराम सुदामा और गुरु सांदीपनि को शीलतता प्रदान करने के लिए दही छांछ श्रीखंड तरबूज आम सहित पेय पदार्थों का भोग लगाया जा रहा है। साथ ही भगवान को रोजाना चन्दन का लेप लगाकर शीतलता प्रदान की जा रही है।