मध्य प्रदेश के उज्जैन में चौड़ीकरण के लिए धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए टीम पहुंची तो महिलाएं सड़कों पर आ गईं. यहां केडी गेट चौराहा से इमली तिराहा तक सड़क चौड़ीकरण का काम किया जाना है. इस दौरान 18 धार्मिक स्थल और 20 मकानों का अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की टीम चौड़ीकरण स्थल पर पहुंची थी जहां मुस्लिम धार्मिक स्थलों को हटाने के विरोध में समाज की महिलाओं ने धरना दिया.
मुस्लिम समाज द्वारा किए गए इस प्रदर्शन के बाद कार्रवाई करने गए अधिकारी कुछ देर के लिए घबरा गए. लेकिन उन्होंने फिर सभी से आपसी समान्यजस्य बैठाकर इस कार्यवाही की शुरुआत की जिसमें मंदिर, मस्जिद और बाकी अतिक्रमण को भी हटाया गया. एडीएम अनुकूल जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि के.डी गेट से इमली तिराहे तक कल 38 ऐसे स्थल हैं जो अतिक्रमण की जद में आ रहे हैं.
18 धार्मिक स्थल और 20 मकान शामिल
इसमें 18 धार्मिक स्थल और 20 मकान हैं. धार्मिक स्थलों में 13 मंदिर, 1 मजार, 2 मस्जिद और 2 जैन मंदिर हैं. निगम आयुक्त आशीष पाठक, एडिशनल एसपी जयंत राठौर, 3 सीएसपी और चार थानों की पुलिस की टीम इस अतिक्रमण को हटाने के लिए केडी गेट चौराहे पर पहुंची थी. यहां मुस्लिम वर्ग की महिलाओं ने सड़क पर धरने पर बैठकर इस कार्रवाई का विरोध किया.
एक साल से चल रही थी कार्यवाही
इस कार्रवाई के पहले ही नगर निगम की टीम ने कल रात को पूरे क्षेत्र में होने वाली कार्रवाई की मुनादी करवा दी थी और पूरे मार्ग पर बैरिकेड भी लगवा दिए गए थे. कार्यवाही में कोई बाधा ना आए इसलिए सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन के माध्यम से इस पूरी कार्यवाही पर नजर भी रखी जा रही थी. बताया जाता है कि इस अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही लगभग 1 साल से चल रही है.
इसलिए नाराज हैं लोग!
क्षेत्र वासियों ने पहले तो इस कार्यवाही का खुशी-खुशी स्वागत किया था और अपने घरों को खुद तोड़ा था लेकिन नगर निगम के इस निर्माण कार्य में बरती जा रही लेट लतीफी से क्षेत्रवासी नाराज हैं. केडी गेट चौराहे पर चौड़ीकरण में बाधा बन रहे छोटे-बड़े मंदिर, मस्जिद और मजार को हटाने के लिए प्रशासन की टीम और भारी पुलिस बल को देखकर मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे जिसमें महिलाए सड़क पर बैठ गईं. इस पर प्रशासन की टीम ने मुस्लिम समाज के लोगों को समझाने का प्रयास किया, इसके बाद कार्रवाई शुरू हो सकी.