शादी…वो लड्डू है जो खाए वो भी पछताए और जो न खाए वो भी…दमोह के हटा थाना क्षेत्र में भी एक युवक के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। जहां थोड़ी उम्र बीती तो वो शादी के लिए तरसने लगा। जैसे कैसे शादी भी हो गई। लेकिन शादी के दूसरे ही दिन उसकी दुल्हनिया भाई के एक्सीडेंट का कहकर माइके चली गई। लेकिन लौटी नहीं। फिर घर में जांच पड़ताल की तो गहनें और नकदी भी गायब मिली। ऐसे में मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद जो बताया उसे सुनकर सबके होश उड़ गए। दूल्हे की शादी एक लड़की से नहीं बल्कि लुटेरी दुल्हन से हुई थी। जिसका काम ही कुंवारे लड़को को फंसाना और फिर सबकुछ लूट के फरार हो जाना ही था। इसके साथ उसके गिरोह के साथ भी काबू किए गए हैं।
आधी उम्र बीत जाने के बाद भी शादी ना होना भी अब लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं ऐसे हालातों का खूब फायदा उठाने वाले संगठित गिरोह कुंवारे युवकों को अपने जाल में फंसाकर शादी का सौदा करते हैं। फिर शुरू होता है खेल बड़ी ठगी करने का। दमोह जिले के हटा थाना पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसे सुनकर ही होश उड़ना लाज़मी है। हटा निवासी मनोहर नेमा के भाई की शादी समय पर नहीं हुई जैसे तैसे एक रिश्ता मिला भी लड़की का तो वह भी दुल्हन की शक्ल में मिली लुटेरी दुल्हन।
हटा पुलिस ने एक महिला सहित 3 सदस्य गिरफ्तार किया हैं, जबकि 2 आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है। हटा एसडीओपी ने प्रेस कांफ्रेंस पर बताया कि मनोहर नेमा हटा द्वारा शादी के नाम पर ठगी की शिकायत के बाद परिवर्तित नाम रेखा तिवारी सही नाम उमा लोधी द्वारा अपने गिरोह के साथ मिलकर विवाह किया गया फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड तैयार किये गए।
उमा लोधी विवाह के अगले दिन ही भाई का एक्सीडेंट का बहाना बनाकर घर जाने लगी फरियादी की शिकायत पर पुलिस को जांच में सन्देह होने पर गिरोह की पतासाजी करते हुए 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सचिन तिवारी, मोहित सोनी, रम्मू लोधी आदि शामिल हैं जो सागर और जबलपुर जिले के निवासी हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है, गिरोह सदस्यों द्वारा कई अन्य खुलासे भी हो सकते हैं। आरोपियों पर पुलिस ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।