तीन दिन का बासी पनीर, कीड़े लगे चावल और हल्दी से भरी सब्जियों को पैक कर ट्रेन में यात्रियों को बेचा खाना
जबलपुर। जबलपुर से निकलने वाली 50 से ज्यादा यात्री ट्रेनों में अवैध तौर पर खाना बेचने वाले अवैध वेंडर और बेस किचन संचालकों के खिलाफ दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही। नईदुनिया ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया, जिसका असर यह हुआ कि शुक्रवार को जिला प्रशासन की ओर से खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आरपीएफ के साथ मिलकर तीन बेस किचन में छापे मारे।
गुणवत्ताहीन खाना और खाद्य सामग्री मिली
जांच टीम शीला टाकीज के पीछे नेहरू नगर पहुंची, जहां पर ट्रेनों में राजकुमार रजक द्वारा बेस किचन व आदेश नामक आइसक्रीम सेंटर से बिना नाम निर्धारित अनुमति के रेल यात्रियों के लिए खाद्य पदार्थों का निर्माण किया जा रहा था। यहां पर बड़ी मात्रा में सड़ा और गुणवत्ताहीन खाना और खाद्य सामग्री मिली।
यात्री इन दिनों बड़ी संख्या में बीमार हो रहे हैं
तीन कमरों में बेस किचन में गंदगी, सड़ा हुआ पनीर, कीड़े लगे चावल और सड़ी सब्जियां मिली, जिससे तैयार खाने को आठ घंटे बाद भी पैकेट में पैक कर ट्रेन के यात्रियों को बेचने की तैयारी थी। इस खाने को खाने वाले यात्री इन दिनों बड़ी संख्या में बीमार हो रहे हैं।
सिध्दी विनायक रेस्टोरेंट में दाल चावल के नमूने लिए
जांच टीम साउथ सिविल लाइन स्थित सिध्दी विनायक रेस्टोरेंट में पहुंची, जहां पर जांच के दौरान खाद्य विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की और फिर दाल चावल के नमूने लिए। इन नमूकों को जांच के लिए भोपाल भेजा जा रहा है।
शेर ए पंजाब और सांई रेस्टारेंट के पर्चे, लाइसेंस नहीं
खाद्य विभाग ने जांच के दौरान राजकुमार रजक के बेस किचन से शेर ए पंजाब और सांई रेस्टारेंट नाम के पर्चे भी बरामद किए गए। इन पर्चो को ट्रेनों में अवैध वेंडर द्वारा बांटा जाता था। इसके बाद मोबाइल पर आर्डर लेने के बाद बड़ी मात्रा में खाना स्टेशन से ट्रेनों तक पहुंचाया जा रहा था। जांच टीम को एफएसएसएआइ का लाइसेंस भी नहीं किया, जिसके बाद बेस किचन से पनीर, आदेश आइसक्रीम सेंटर से मैंगो फ्लेवर ड्रिंक के नमने लिए गए और फिर बेस किचन को सील कर दिया गया।
बेस किचन व आदेश आइसक्रीम सेंटर के खिलाफ नोटिस जारी
खाद्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय करने पर राजकुमार रजक के बेस किचन व आदेश आइसक्रीम सेंटर के खिलाफ नोटिस जारी किया जा रहा है। जिला खाद्य अधिकारी पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि अवैध रूप से खाना बनाना वालों के पास किसी भी तरह का लाइसेंस नहीं था। यह लोग जो खाना बना रहे थे यह अवैध वेंडर है जिनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
एक में टिफिन तो दूसरा मिला बंद
जांच के दौरान टीम संभागायुक्त कार्यालय के सामने बने बेस किचन पहुंची, लेकिन यहां बेस किचन बंद मिला। वहीं सिविल लाइन थाने के पीछे बने बेस किचन में दस्तावेजों की जांच की और सभी कमरों का मुआयन किया। जांच अधिकारी ने बताया कि सिध्दी विनायक रेस्टोरेंट नाम से बेस किचन चलाया जा रहा था। मौके पर कई खाद्य सामग्री के नमूने भी लिए। जांच के दौरान आरपीएफ इंस्पेक्टर मोहम्मद इरफान मंसूरी, उप निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह, आरक्षक सूर्यनाथ यादव, आरक्षक हरकेश दुबे के साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, संजय कुमार गुप्ता, विनोद धुर्वे आदि उपस्थित रहे।