कहीं बारिश, कहीं बाढ़, कहीं तूफान तो कहीं भीषण गर्मी. देश के अलग-अलग राज्य कुछ ऐसे ही हालात का सामना कर रहे हैं. दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत में गर्मी अपने उफान पर है. मौसम विभाग ने तो 12-3 बजे के बीच बाहर ना निकलने की सलाह तक दी है. वहीं, पूर्वोत्तर के कई राज्य भारी बारिश का सामना कर रहे हैं. कई इलाकों में तो बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. उधर, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में तूफान ने तांडव मचाया है.
पहले मिजोरम की बात करेंगे. यहां के आइजोल में बारिश के कारण मंगलवार को एक हादस हो गया. खदान ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग लापता हो गए. पुलिस ने बताया कि घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई.
अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है और कम से कम दो लोगों की मौत हुई है. बारिश के कारण सभी स्कूल बंद कर दिए गए और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया है.
उधर, दिल्ली समेत उत्तर भारत के लोग भयंकर गर्मी का सामना कर रहे हैं. आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में 17 से 20 मई और 25-26 मई को लू की स्थिति रही. यहां पर पारा 44-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. वहीं मई के महीने में राजस्थान और गुजरात में 9 से 12 दिन तक लू चली और तापमान 45 से 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
30 मई के बाद मिलेगी राहत
आईएमडी के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि भीषण गर्मी का सामना कर रहे राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर पश्चिम भारत के लोगों को 30 मई के बाद भीषण लू से राहत मिल सकती है. आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के हिस्सों में भीषण लू चल रही है और यह अगले तीन दिनों तक जारी रह सकती है, लेकिन 30 मई से इसकी तीव्रता धीरे-धीरे कम होगी, क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि जून में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश समेत उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से ज्यादा दिनों तक तेज लू चल सकती है. महापात्र ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में जून के महीने में आम तौर पर तीन दिन लू चलती है, लेकिन इस बार इन इलाकों में दो-चार दिन ज्यादा ऐसी स्थिति बन सकती है यानी इन इलाकों में चार से छह दिन भयंकर लू चलने का अनुमान है.
बंगाल में तूफान ने ली 6 लोगों की जान
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान रेमल से 24 प्रखंड और 79 नगरपालिका वार्ड में करीब 29,500 घर आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनमें से अधिकतर दक्षिणी तटीय इलाकों में हैं. चक्रवात के कारण अब तक छह लोग जान गंवा चुके हैं. कोलकाता में एक, दक्षिण 24 परगना जिले में दो महिलाएं, उत्तर 24 परगना जिले में एक और पूर्व मेदिनीपुर में पिता-पुत्र की मौत हो चुकी है. चक्रवात रेमल के कारण तटीय क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.