उज्जैन : परमधाम आश्रम के स्वामी के साथ मारपीट के मामले में गुरुवार को पुलिस ने महंत सुरेशानंद को गिरफ्तार कर लिया। महाकाल थाना पुलिस ने आरोपित महंत को कोर्ट में पेश किया , जहां से उसे जेल भेजने के आदेश जारी हो गए। पुलिस एक और आरोपित की तलाश में जुटी है।
ये है मामला
टीआइ अजय वर्मा ने बताया कि कहारवाड़ी स्थित परमधाम आश्रम के स्वामी संपूर्णानंद ने शिकायत की थी कि आश्रम में रहने वाला बोधानंद आसपास के लोगों से विवाद कर रहा था। आश्रम की बदनामी होने से बोधानंद को हटाकर उनके गुरु परमानंद महाराज ने संपूर्णानंद को आश्रम का दायित्व सौंपा था। 16 जुलाई 2023 को संपूर्णानंद परमधाम आश्रम जा रहे थे। उस दौरान आश्रम के पास गली में स्वामी नीलेशानंद पुरी और सुरेशानंद पुरी मिले और विवाद किया, गालियां देकर मारपीट करने लगे। दोनों ने धमकाया कि वे आश्रम खाली कर दें।
संपूर्णानंद का आरोप है कि नीलेशानंद ने उसे पीछे से पकड़ा और सुरेशानंद ने चाकू निकालकर धमकाया कि आश्रम नहीं खाली किया तो वे उसे आश्रम में रहना मुश्किल कर देंगे और उसे जान से मार देंगे। संपूर्णानंद की शिकायत पर एक अगस्त 2023 को धारा 323,294,506,386,34 के तहत केस दर्ज किया था। गुरुवार को पुलिस ने आरोपित महंत सुरेशानंद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश जारी हो गए। पुलिस का कहना है कि आरोपित नीलेशानंद की भी तलाश की जा रही है।
मंदाकनी पर भी आश्रम में तोड़फोड़ का दर्ज है केस
बता दें कि परमधाम आश्रम में तोड़फोड़ व मारपीट के मामले में पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी के खिलाफ भी केस दर्ज है। आश्रम के स्वामी संपूर्णानंद की शिकायत पर पुलिस ने 3 अगस्त 2023 को मंदाकिनी, बोधानंद व एक अन्य के खिलाफ धारा 458, 427, 323 व 34 के तहत केस दर्ज किया था। गौरतलब है कि मंदाकिनी के खिलाफ हाल ही में महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर मंहत सुरेशानंद से करीब सात लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज है। इसके अलावा जयपुर के एक महामंडलेश्वर को भी आचार्य महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर करीब नौ लाख रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज है।