देश भर में लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आ रहे है तो वही इंदौर ने एक बार फिर एक साथ दो रिकॉर्ड अपने नाम किए है. दरअसल लोकसभा चुनाव के नतीजों में जहा भाजपा के सांसद प्रत्याशी शंकर लालवानी ने देश भर में रिकॉर्ड मातों से जीत हासिल की है, तो वहीं इस बार NOTA में पड़े वोटो ने भी रिकॉर्ड बनाया है. इंदौर लोकसभा सीट पर 2 लाख से अधिक वोट NOTA को मिले है. पूरे भारत में आज तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.
वहीं भाजपा के प्रत्याशी की सबसे बड़ी जीत के बाद भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया और मिठाई बाटी है. वहीं भाजपा कार्यालय के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ता ढोल और ताशे की थाप पर झूमते हुए नजर आए. लेकिन नोटा को इतना ज्यादा वोट मिलना इस बात का भी सबूत है कि विपक्ष में कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं था.
प्रत्याशी शंकर लालवानी ने दी प्रतिक्रिया
जीत के बाद बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने कहा, “यह मोदी जी की नीतियों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की जीत है और इसका असली श्रेय भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को जाता है. क्योंकि उनकी कड़ी मेहनत से ही भारतीय जनता पार्टी ने ये जीत हासिल की है.”
वहीं अगर हम नोटा पर रिकार्ड मतों की बात करते है तो हमें शंकर लालवानी जी की इस जीत के रिकॉर्ड की भी बात करना चाहिए. उनके समर्थकों ने इस जीत को कभी न टूटने वाला रिकॉर्ड बताया है. बीजेपी नेताओं का कहना है मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप करने का मतलब प्रदेश की जनता मोदी जी को बहुत प्रेम करती है.
नोटा का मतलब क्या होता है.
नोटा का मतलब होता के आपको कोई उम्मीदवार पसंद नहीं है. इंदौर में इस बार नोटा को 2 लाख वोट मिले हैं. भारत में इतने ज्यादा नोटा पर कभी वोट नहीं डाले गए हैं.