अपने बच्चों को पिज़्ज़ा, बर्गर और मोमोज खाने से रोकें और उन्हें पोहा खाने के लिए प्रेरित करें, पोहे का कोई नुकसान शरीर को नहीं होता, पोहा हल्का-फुल्का होता है और जल्दी पच जाता है। विश्व पोहा दिवस के अवसर पर यह बात मध्य प्रदेश के नगरीय विकास आवास एवं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पोहे खाते हुए कही है। विश्व पोहा दिवस मनाने के उद्देश्य से राजवाड़ा पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आए सभी लोगों को निशुल्क पोहे खिलाए गए। कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला भी मंच पर पोहे खाते नजर आए।
मीडिया से चर्चा करते हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बचपन के दिन याद करते हुए बताया कि वह जब स्कूल में थे तो कबड्डी खेलने के लिए महाराजा स्कूल आया करते थे। इस दौरान राजवाड़ा पर आकर प्रशांत के पोहे खाया करते थे। उस समय 15 पैसे प्रति प्लेट के हिसाब से पोहे मिला करते थे, अब यह 20 रुपए प्रति प्लेट हो गया है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि उन्होंने विश्व के अलग-अलग देश में पोहे खाए हैं। उन्होंने अमेरिका, जापान और कनाडा में भी पोहे मिलने की बात कही। साथ ही कहा कि हर जगह पर पोहे की पहचान इंदौर के नाम से ही है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज के कार्यक्रम का आयोजन पोहे की ब्रांडिंग करने के उद्देश्य से हुआ है। विजयवर्गीय ने लोगों से विशेष तौर पर बच्चों को पोहे खाने के लिए प्रेरित करने की अपील की है।
भारत में 7 जून को मनाया जाता है विश्व पोहा दिवस…
भारत में 7 जून को विश्व पोहा दिवस हर साल मनाया जाता है। पोहा दिवस को विश्व पोहा दिवस के रूप में भी जाना जाता है। यह दिन भारत के लोगों के पसंदीदा नाश्ता पोहा को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है, आपको बता दें कि पोहा खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है और सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है, पोहा आसानी से पच जाता है।