मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के एमबीए के एग्जाम का पेपर एग्जाम के ठीक पहले लीक हो गया था। इस पूरे मामले में पुलिस ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की और जांच पड़ताल के बाद इस पूरे मामले में एक निजी कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर और दो छात्रों को हिरासत में लिया है और पूरे ही मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। यह पूरा मामला इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का है। बता दें पिछले दिनों विश्वविद्यालय के द्वारा एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर की एग्जाम आयोजित की गई थी। लेकिन इसी दौरान एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर का एक पेपर एग्जाम के ठीक पहले लीक हो गया था। जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रबंधक को लगी तो उन्होंने एग्जाम को निरस्त कर पुनः परीक्षा आयोजित कर एग्जाम कराया।
अचानक से एग्जाम का पेपर लीक हो जाने के कारण विभिन्न छात्र संगठनों ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर जमकर हंगामा भी किया था और पूरे मामले में प्रकरण दर्ज करने की मांग भी की थी अतः छात्र संगठनों के द्वारा हंगामा करने और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने के चलते देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने इस पूरे मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया था। पुलिस ने इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल की और जांच पड़ताल करते हुए इंदौर की छोटी ग्वालटोली पुलिस ने इस पूरे ही मामले में आयडलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी और दो अन्य छात्रों को गिरफ्तार किया है।
बता दें दीपक सोलंकी आयडलिक इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्रिंसिपल का कंप्यूटर ऑपरेटर है चुकी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के द्वारा एमबीए एग्जाम की परीक्षा के पेपर संबंधित इंस्टिट्यूट में 7 दिन पहले ही पहुंचा दिए थे और इस बात की जानकारी कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक को थी तथा इसी बात का फायदा उठाते हुए दीपक ने प्रिंसिपल के ऑफिस में रखे पेपर को निकाल लिया और उसे अपने कुछ परिचित छात्रों को रुपए लेकर पेपर दे दिया , इसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने दीपक की निशानदेही पर उसके ही परिचित दो छात्रों को पकड़ा तो वहीं आने वाले दिनों में कुछ और छात्रों को भी पुलिस पकड़ सकती है।