उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक ही परिवार के पांच सदस्य घाघरा नदी में डूब गए. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस और गोताखोरों ने नदी से पांचों को बाहर निकाला. एक बच्ची को बचा लिया गया है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. हादसे से इलाके में कोहराम मच गया. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. हादसे के बाद परिजनों में चीख-पुकार मच गई.
परिवार के सभी सदस्य नदी में नहाने के लिए गए थे. मृतकों में एक महिला एक युवक व दो बच्चे शामिल हैं. घायल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसका इलाज चल रहा है. घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर रेस्क्यू किया.
घाघरा नदी में हुआ हादसा
हादसा जिले के थाना पढुआ क्षेत्र के गांव बोकरिहा के निकट घाघरा नदी का है. यहां निकट के गांव तेलियार निवासी कोटेदार बृजेंद्र श्रीवास्तव के घर लखीमपुर के मोहल्ला ईदगाह निवासी सुशीला देवी पत्नी ब्रम्हप्रकाश अपने बच्चो के साथ आई थी. सोमवार की सुबह बृजेंद्र, सुशीला देवी, प्रिया, कान्हा व नैनी पड़ोस के गांव बोकरहिया के निकट घाघरा नदी पर नहाने पहुंच गए. सभी लोग नदी में मस्ती से नहा रहे थे. तभी नहाते समय अचानक एक बच्चा गहरे पानी में पहुंच गया और डूबने लगा. उसे बचाने के लिए सभी गहरे पानी में समाने लगे.
पुलिस और गोताखोर टीम पहुंची
नदी पर और भी लोग नहा रहे थे. उन्हें डूबता देख वहां हड़कंप मच गया. लोगों ने घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी. जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. हादसे की जानकारी पर घटना का शिकार हुए लोगों के परिजन भी इकट्ठा हो गए. पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर डूबे लोगों को तलाशना शुरू किया. काफी खोजबीन के बाद गोताखोरों ने नदी से पांचो को निकाल लिया. पुलिस ने आनन-फानन में उन्हें रमियाबेहड़ सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र ले गई. वहां डॉक्टर ने सुशीला देवी, सत्यम, प्रिया व कान्हा को मृत घोषित कर दिया. हादसे में नैनी की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया. हादसे के बाद परिजनों में चीख-पुकार मची हुई है.