अखिलेश यादव आज सवेरे से ही बधाई ले रहे थे. सैफई में पहले अपने घर पर समाजवादी पार्टी नेताओं से मिले. फिर घर के बगल में बने पार्टी ऑफिस पहुंच गए. यहां कई जिलों के पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे. वैसे तो उन्होंने सिर्फ मैनपुरी के नेताओं को ही बुलाया था. मैनपुरी की करहल सीट से वे पिछली बार विधायक चुने गए थे. कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद से उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है.
आज या कल में विधानसभा अध्यक्ष से मिल कर वे इस्तीफा भी दे देंगे. इसके बाद वे दिल्ली चले जाएंगे. लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के शानदार प्रदर्शन से अखिलेश यादव बहुत खुश हैं. इसके लिए उन्होंने बैठक में आए कार्यकर्ताओं को बधाई दी. पर लगे हाथ उन्होंने अगला लक्ष्य भी दे दिया. अखिलेश यादव ने कहा ये तो बस शुरुआत है. आगे असली लड़ाई है.
संसदीय चुनावों में सपा का बेहतरीन प्रदर्शन
संसदीय चुनावों में समाजवादी पार्टी ने अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. इससे उत्साहित समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा है कि पार्टी का अगला निशाना और लक्ष्य 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावो में बनाने का रहेगा. इसलिए अभी से 2027 की तैयारी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जोर-जोर से जुट जाए. उन्होंने कहा कि इस बार हमें तीन सौ विधायकों के साथ 2027 में यूपी में सरकार बनाना है.
सरकार बनाने वाले भी खुश नजर नहीं आ रहे
सपा प्रमुख अखिलेश यादव सैफई स्थित पार्टी ऑफिस में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. यादव ने कहा कि संविधान बदलने के मुद्दे पर जनता ने हम आप सबका सहयोग किया है, जिसके बदौलत समाजवादी पार्टी इतने बड़े जनमत के साथ में आज देश की तीसरी पार्टी बन गई है. उन्होंने कहा कि बेशक के एनडीए में सरकार बना ली है लेकिन इसके बावजूद भी उनके चेहरों पर खुशी नहीं दिखाई दे रही है. जिन लोगों ने शपथ ली है वो खुश नहीं है और सरकार बनाने वाले भी खुश नजर नहीं आ रहे हैं. सबसे बड़ी बात तो है कि एनडीए की सरकार बनने के बाद जनता में भी खुशी का एहसास नहीं है.
INDIA की सरकार बनती तो कुछ नया दिखता
अखिलेश ने कहा कि केंद्र में सरकार बनाने वाले के चेहरों पर खुशी नहीं दिखाई दे रही है. अगर एनडीए के बजाय इंडिया गठबंधन की सरकार बनती तो निश्चित है कि जरूर देश में कुछ ना कुछ नया होता. वाकई में अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती तो जनता को सूचना कुछ नया देखने को जरूर मिलता ही और इंडिया गठबंधन देशवासियों को कुछ नया भी जरूर देती. केंद्र में नवगठित एनडीए सरकार से देशवासियों को कुछ भी नया नहीं मिलने वाला है. देखिए यह गिनती की गिनती है आने वाले दिनों में इसका क्या असर होता है.
पहली बार हारने पर ही मायूस हो गए BJP नेता
भारतीय जनता पार्टी के नेता पहली बार हारने में ही पूरी तरह से मायूस हो गए हैं जबकि समाजवादियों ने कई हार देखने के बावजूद भी मायूसी नहीं दिखाई है, यह असल में समाजवादियों की निशानी है. संघर्ष के बल पर कामयाबी पाना ही असल समाजवाद है. उन्होंने कहा कि अगर समाजवादियों की जीत का सिलसिला इसी तरह चलता रहा तो 2027 उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा.