उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक गैंगरेप पीड़िता जहर खाकर डीएम कार्यालय पहुंच गई. पीड़िता जिलाधिकारी से मिल पाती, उसके पहले ही वह उल्टी करने लगी और बेहोश हो गई. यह देख कार्यालय में हड़कंप मच गया. तत्काल उसे पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है.
रेप पीड़िता अपने साथ एक आवेदन लेकर पहुंची थी. आवेदन में लिखा था कि वह चौरीचौरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है. बीते 27 जनवरी को वह चिड़ियाघर घूमने गई थी. वहां पर मोहल्ले के ही हिमांशु, राकेश और आशीष मिले और काफी देर तक बातों में उलझाए रखा. देर होने पर इन लोगों ने कहा कि मैं तुम्हें घर छोड़ दूंगा. मैं इनकी बातों में आ गई, लेकिन यह लोग घर न छोड़कर मुझे सुनसान इलाके में लेकर चले गए और मेरे साथ दुष्कर्म किया.
आवेदन में पीड़िता ने लिखा है कि मैंने इस मामले में पुलिस से शिकायत की, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. मैं अंदर से काफी दुःखी हूं. बार-बार आत्महत्या करने का मन होता था, लेकिन आरोपियों को सजा दिलवाने की आवाज अंदर से आ रही थी. ऐसे में मैंने न्यायालय की शरण ली. कोर्ट के आदेश पर बीते अप्रैल में पुलिस ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस आरोपियों से मिल गई है. कार्रवाई के नाम पर पुलिस मुझे दौड़ा रही है. मैं दौड़ते-दौड़ते थक गई हूं. आरोपी खुलेआम मुझे आए दिन धमकी देते हैं कि तुम्हारा जीवन खत्म कर दूंगा. दौड़ना- भागना बंद करो. ऐसे में आवेदन लेकर आई हूं.
युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया
युवती के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही मौके पर सीओ कैंट अंशिका वर्मा टीम के साथ पहुंचीं. उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा रामगढ़ताल थाना में दर्ज है. बयान देने के लिए पीड़िता को कई बार पुलिस ने बुलाया, लेकिन वह नहीं आई. पता नहीं कैसे अचानक आज जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गई. उसकी तबीयत ठीक होने पर बयान लिया जाएगा. हालांकि, घरवालों का कहना है कि युवती ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है.
अस्पताल के डॉक्टर बोले
युवती का इलाज जिला महिला अस्पताल में चल रहा है.अस्पताल के डॉ विजय कुमार ने बताया कि युवती अंदरूनी अंगों में दर्द की बात कह रही है. उसे बहुत कमजोरी महसूस हो रही है. चक्कर भी आ रहा है. उसने दो दिन से खाना भी नहीं खाया है. उसके बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है. संबंधित चिकित्सकों को जरूरत के अनुसार बुलाया गया है. शरीर में जहर का कहीं प्रभाव नहीं दिख रहा है. ऐसे में हो सकता है कि वह झूठ बोली हो.
इस संबंध में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि सुबह एक युवती कार्यालय में आई. वह अपने साथ हुई ज्यादती की बात कह रही थी. अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. तत्काल उसे एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया. आरोपों की जांच के लिए एसएसपी से बात की गई है. उसे निश्चित रूप से न्याय मिलेगा.