बुरहानपुर जिले के नेपानगर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सातपायरी स्थित एकलव्य आदिवासी छात्रावास में मध्यान भोजन के नाम पर हुए लाखों रुपए के घोटाले की एक फोन कॉल ने पोल खोल कर रख दी है। दरअसल सातपायरी स्थित एकलव्य आदिवासी छात्रावास पहले से ही विवादों में रहा है, यहां के तत्कालीन प्राचार्य उद्देश्य जाटों को कुछ माह पहले ही निलंबित किया गया था। अब मध्यान भोजन के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, नए प्राचार्य के रूप में सुदर्शन सेठी प्रभार संभाले हुए हैं। एक दिन उन्हें एक कंट्रोल दुकान से एक फोन कॉल आया कि आपके यहां के बच्चों का मध्यान भोजन के लिए राशन आ चुका है, आप ले जाए प्राचार्य को पहले से ही ज्ञात था कि छात्रावास में तो पहले से ही मध्यान भोजन केटरिंग द्वारा संचालित है फिर यह राशन क्यों दिया जा रहा है।
उन्होंने कंट्रोल दुकान संचालक से लिखित में देने को कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ तब प्राचार्य ने जनजाति विभाग की सहायक आयुक्त को स्थिति से अवगत कराया तो पता चला कि सालों से यहां राशन के नाम पर घोटाला हो रहा है।
बच्चों तक वह राशन पहुंच ही नहीं रहा है। इसके बाद यह मामला कलेक्टर भव्या मित्तल के संज्ञान में लाया गया, कलेक्टर द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं। अनाज के आरहण और उसकी काली बाजारी करने वाले सभी दोषियों पर जांच के बाद कड़ी कार्रवाई होने की बात कलेक्टर ने कही है।