मंगलवार से कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई की नई व्यवस्था प्रारंभ हुई। पहले ही दिन काफी अव्यवस्था देखने को मिली। जहां आवेदकों को अधिकारियों के कक्ष ढूंढने में परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं रजिस्ट्रेशन करने के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ा। कलेक्टर के मुताबिक आने वाले दिनों में इस व्यवस्था में और सुधार किया जाएगा। हमारा फोकस आवेदक की सुनवाई का तुरंत निराकरण करना है। इस दौरान कलेक्टर ने खुद जमीन पर बैठ कर दिव्यंग की समस्या सुनी।
आचार संहिता के चलते कलेक्टर कार्यालय में होने वाले जनसुनवाई बंद थी, आचार संहिता खत्म होते ही एक बार फिर जनसुनवाई प्रारंभ हुई है। इस मंगलवार से कलेक्टर कार्यालय में होने वाली जनसुनवाई की व्यवस्था में बदलाव किया गया जिसके चलते आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल पहले एक ही कक्ष में सभी अधिकारी बैठते थे जहां आवेदक पहुंचकर अपनी समस्या बताते थे लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत आवेदकों को अलग-अलग अधिकारियों के कक्ष में जाना होगा। इसके लिए समाधान केंद्र पर रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई थी लेकिन यहां काफी समय लग रहा था। लंबी कतार के कारण आवेदक परेशान होते रहे अपर कलेक्टर सपना लोवंशी और रोशन राय के अलावा कलेक्टर आशीष सिंह ने भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर आशीष सिंह ने भी माना कि पहला दिन होने से थोड़ी परेशानी थी लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि इस व्यवस्था के माध्यम से आवेदकों का जल्द से जल्द निराकरण होगा।