रेणुका स्वामी मर्डर केस में पुलिस को अहम सबूत मिले हैं. यह सारे सबूत कन्नड़ एक्टर दर्शन थुगुदीपा के खिलाफ हैं. हालांकि दर्शन ने इन सारे सबूतों को खारिज करते हुए इस घटना से अपने अलग करने की कोशिश की है. दर्शन ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि इस वारदात से उसका कोई लेना देना ही नहीं है. उसे तो ये भी नहीं पता कि यह वारदात हुई कैसे. उधर, पुलिस का दावा है कि मौका ए वारदात से मिले सबूतों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. यह सभी सबूत दर्शन के खिलाफ हैं.
इस वारदात के 17 आरोपियों में से एक दर्शन थुगुदीपा फिलहाल पुलिस के कस्टडी रिमांड में है. इससे पहले दर्शन से पूछताछ के बाद पुलिस ने दावा किया था कि दर्शन ने वारदात के बाद आरोप अपने ऊपर लेने के लिए तीन लोगों को हॉयर किया था. इसके लिए उसने 15 लाख रुपये का भुगतान भी किया था. बता दें कि हाल ही में 33 वर्षीय रेणुका स्वामी की हत्या हो गई थी. उनका शव आरोपियों ने बेंगलुरु के सुमनहल्ली ब्रिज के पास एक नाले में डाल दिया था. अगले दिन एक फूड डिलीवरी एजेंट ने शव को देखा. उस समय कुत्ते शव को नोच रहे थे.
हत्या के मोटिव परअब तक सस्पेंस
डिलीवरी एजेंट ने ही पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करते हुए रेणुका स्वामी की हत्या के आरोप में 17 लोगों को अरेस्ट करते हुए मामले की जांच शुरू की. हालांकि अभी तक हत्या के ठोस कारण सामने नहीं आए हैं. पुलिस की जांच के दौरान पता चला है कि रेणुका ने दर्शन की को-एक्ट्रेस और गर्लफ्रेंड पवित्रा गौड़ा को कोई आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे. हालांकि पुलिस अभी तक यह मानने को तैयार नहीं है कि इतनी सी बात के लिए उसकी हत्या हो जाएगी.
हत्या से पहले दी गई थी यातना
बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक दर्शन के कहने पर चित्रदुर्ग में उसके फैन क्लब संयोजक राघवेंद्र उर्फ रघु ने रेणुका स्वामी के बारे में जानकारी जुटाई थी. रघु ही अपने साथियों के साथ मिलकर रेणुका को अगवा भी किया था और बाद में उसकी हत्या कर शव नाले में फेंक दिया था. आरोप है कि रेणुका को एक शेड में रस्सियों से बांध कर बुरी तरह मारा पीटा गया था. पुलिस को इस शेड में से रेणुका के खून के धब्बे, बाल और पसीने के सैंपल मिले हैं. इसके अलावा यहां वारदात में शामिल आरोपियों की उंगलियों के निशान, पैरों के निशान और खून के सैंपल भी मिले हैं.
फोरेंसिक लैब में हो रही सैंपल की जांच
पुलिस ने यह सभी सैंपल जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिए हैं. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए भी इस बात की पुष्टि हुई है कि वारदात के वक्त खुद दर्शन घटना स्थल पर मौजूद था. दर्शन के अलावा उसकी गर्लफ्रेंड पवित्र गौड़ा, नागराज, विनय और छह अन्य आरोपियों मोबाइल फोन की लोकेशन घटना स्थल के आसपास मिली है. पुलिस ने जब आरोपियों की कॉल डिटेल निकलवाई तो इसमें भी वारदात के बाद इनकी आपस में कई बार बात होनी पायी गई है.
शव ठिकाने लगाने के लिए हॉयर किए थे 3 लोग
पुलिस की जांच में पता चला है कि वारदात के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए दर्शन ने कार्तिक, केशव और निखिल नाइक को हॉयर किए था. इसके लिए तीनों को पांच पांच लाख रुपये दिए थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से यह सारा पैसा जब्त कर लिया है. इसी प्रकार बाकी आरोपियों ने भी इस वारदात में अपनी अपनी भूमिका कबूल कर ली है. पुलिस मामले से जुड़े अन्य तथ्यों का भी सत्यापन करने का प्रयास कर रही है. बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी दयानंद के मुताबिक इस मामले में पुलिस मजबूत से मजबूत चार्जशीट तैयार करने की कोशिश कर रही है.