केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी लगातार सुर्खियों में हैं. केरल में बीजेपी का खाता खोलने वाले सांसद सुरेश गोपी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता इंदिरा गांधी को लेकर एक बयान दिया. उन्होंने कहा कि वो इंदिरा गांधी को मदर ऑफ इंडिया मानते हैं. साथ ही उन्होंने करुणाकरण और मार्क्सवादी नेता ई.के. नयनार को अपना राजनीतिक गुरु बताया.
सुरेश गोपी ने पेश की सफाई
सुरेश गोपी ने कहा कि मेरे पिता का परिवार कांग्रेस से था, मेरी मां के परिवार ने केरल में जनसंघ के गठन के लिए काम किया. मैं खुद एसएफआई में था. उन्होंने आगे कहा कि एसएफआई पार्टी का साथ छोड़ने के पीछे की वजह राजनीतिक नहीं थी, यह निर्णय मैंने अपनी भावना की वजह से लिया था. उन्होंने कहा मैं सनातन धर्म का पालन करता हूं. इंदिरा गांधी पर दिए बयान के बाद सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि इंदिरा गांधी कांग्रेस से हैं, मैं उन्हें स्वतंत्रता के बाद उनकी मृत्यु तक भारत का वास्तविक आर्किटेक्ट कहने से पीछे नहीं हट सकता.
बीजेपी के प्रति हमेशा वफादार
हालांकि जब शनिवार को वो पुनकुन्नाम स्थित करुणाकरण के स्मारक मुरली मंदिर के दौरे पर गए थे तभी उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि किसी भी नेता की तारीफ को उनका राजनीतिक विचार नहीं माना जा सकता. साथ ही उन्होंने कहा था कि वो बीजेपी के प्रति हमेशा वफादार रहेंगे.
ऐतिहासिक जीत की थी हासिल
केरल में पहली बार बीजेपी का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. मलयाली एक्टर सुरेश गोपी ने सीपीआई पार्टी को मात दी. सुरेश गोपी ने 412338 वोट पाकर शानदार जीत हासिल की थी. उन्होंने CPI के वीएस सुनील कुमार को 74686 हजार वोटों से हराया था.