NEET: फूफा ने कहा था सेटिंग हो गई, मुझे एग्जाम से पहले ही मिल गया था पेपर फिर मैंने रट्टा मारा…छात्र का कबूलनामा
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट पेपर लीक मामले को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए 4 लोगों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उन्हें परीक्षा से पहले ही पेपर मिल गया था और परीक्षा देने से पहले सभी छात्रों को प्रश्न और उत्तर रटवाए गए. एक आरोपी ने बताया कि पेपर लीक कराने के एवज में हर छात्र से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए. जबकि सिकंदर नाम के एक आरोपी ने बताया कि एजेंट ने हर छात्र से 32 लाख रुपये मांगे थे लेकिन उसने ज्यादा कमाई के लिए हर छात्र से 40-40 लाख रुपये लिए.
पूछताछ में पटना के रहने वाले 32 साल के आरोपी नीतीश कुमार ने बताया कि एक ऑफिस में एक काम के दौरान मेरी दोस्ती अमित आनंद से हुई और बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक कराकर बच्चों को पास करवाता है. अमित ने उसे बताया कि पेपर लीक कराने के लिए हर छात्र से 30 से 32 लाख रुपये लेता है.
BPSC की पेपर लीक मामले में जेल गया
नीतीश ने पुलिस को बताया कि नीट की परीक्षा के लिए सिंकदर यादवेंद्र ने छात्रों को 4 मई की रात बुलाया. उस रात सभी छात्रो को प्रश्न पत्र दिखाकर उत्तर रटवाया गया. इसने यह भी बताया कि वह बीपीएससी की परीक्षा में भी पेपर लीक कराने के मामले में जेल जा चुका है. आर्थिक अपराध शाखा ने इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
मामले के 29 साल के एक अन्य आरोपी अमित आनंद ने बताया कि मैंने ही नीट की परीक्षा के लिए 4 मई की रात अपने फ्लैट पर छात्रों को बुलाया. वहीं पर छात्रों को प्रश्न और उत्तर रटवाया गया. मैं पहले भी पेपर लीक करवाता रहा हूं. बाद में सिकंदर के पकड़े जाने के बाद उनकी निशानदेही पर अमित भी पकड़ा गया. साथ में पुलिस ने मेरे फ्लैट से कई परीक्षाओं के एडमिट कार्ड और नीट परीक्षा का प्रश्न और उत्तर के जले हुए अवशेष जब्त कर लिया.
’30-32 की जगह 40 लाख लिए’
पेपर लीक मामले में तीसरे अभियुक्त 56 साल के सिकंदर ने पूछताछ में बताया कि मेरी अमित आनंद और नीतीश कुमार से दोस्ती मेरे नगर परिषद कार्यालय में हुई. दोनों ने बताया कि वो पेपर लीक करवाते हैं. इसके लिए हर छात्र से 30 से 32 लाख रुपये लेते हैं. मेरे पास 4 लड़के थे. 4 मई की रात मैं छात्रों को लेकर रामाकृष्ण नगर स्थित फ्लैट पर गया. छात्रों को वहां पर पेपर लीक करवाकर उत्तर रटवाया गया. मैंने हर छात्रों से अपने फायदे के लिए 30-32 लाख रुपये की जगह 40-40 लाख रुपये की बात की. सिकंदर 5 मई को वाहन चेकिंग के दौरान कई छात्रों के एडमिट कार्ड के साथ पकड़ लिया गया.
फूफा ने मुझसे कहा- सेटिंग हो गई
मामले में गिरफ्तार समस्तीपुर का रहने वाला चौथे अभियुक्त अनुराग यादव ने बताया कि मैं राजस्थान के कोटा जिले में एलेन कोचिंग सेंटर में रहकर नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा था. मेरे फूफा सिकंदर जो नगर परिषद दानापुर में जेई के रूप में कार्यरत हैं, ने मुझे फोन कर कहा कि कोटा से आ जाओ. यहां पर परीक्षा को लेकर सेटिंग हो गई है. पटना आने के बाद 4 मई की रात मेरे फूफा ने मुझे अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास छोड़ दिया. वहां पर मुझे नीट परीक्षा का पेपर दिखाया गया. प्रश्न पत्र और उत्तर नकल करवाया गया.
अनुराग ने बताया कि मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था, जब मैं परीक्षा देने वहां पहुंचा तो जो प्रश्न रटवाए गए थे वही प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गए. हालांकि परीक्षा देने के बाद पुलिस वहां पहुंच गई और मुझे पकड़ लिया.
पेपर लीक मामला सामने आने के बाद मास्टरमाइंड सिकंदर को गिरफ्तार कर लिया गया. जल संसाधन विभाग में कार्यरत सिकंदर को सस्पेंड कर दिया. अब तक पेपर लीक मामले में 13 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें नीट यूजी परीक्षा में शामिल 5 अभ्यर्थी भी शामिल हैं. बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.