टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार प्रदर्शन किया है. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में एक मैच भी नहीं हारी है और लगातार आठ मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंच चुकी है. भारतीय टीम की सफलता के पीछे खिलाड़ियों के प्रदर्शन, रोहित शर्मा की कप्तानी के अलावा हेड कोच राहुल द्रविड़ का भी बहुत बड़ा हाथ है. उनके कार्यकाल में टीम इंडिया लगातार तीसरी बार आईसीसी के फाइनल मुकाबले में पहुंची है. हालांकि, इनमें से उसे एक में भी जीत नहीं मिली. राहुल द्रविड़ के मेहनत को देखते हुए, अब उनके लिए ट्रॉफी जीतने की बात होने लगी है. इस बीच उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने 140 भारतीय फैंस का दिल जीत लिया. इसे सुनकर अश्विन भी खुश हो गए, लेकिन साथ में उन्होंने एक चेतावनी भी दे दी.
फाइनल से पहले द्रविड़ ने क्या कहा?
टीम इंडिया 29 जून को बारबडोस में टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला खेलेगी. साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाले इस घमासान से पहले राहुल द्रविड़ के लिए ‘डू इट पर फॉर द्रविड़’ नाम से कैंपेन चलाया जा रहा है. यानी इस बार द्रविड़ के लिए ट्रॉफी जीतने की बात हो रही है. महामुकाबले से पहले स्टार स्पोर्ट्स पर इंटरव्यू के दौरान उनसे इस कैंपेन को लेकर सवाल किया गया. उन्होंने हमेशा की तरह बहुत ही विनम्रता से जवाब दिया और कहा कि वो इस तरह के कैंपेन में विश्वास नहीं करते हैं. द्रविड़ के मुताबिक वो किसी भी खास व्यक्ति लिए कुछ करने के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में पूरी टीम मेहनत कर रही है, इसलिए सभी को इसे जीतने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कैंपेन को रोकने की भी मांग की.
द्रविड़ की इस बात को सुनकर रविचंद्रन अश्विन खुश हो गए. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के लिए कुछ करने का नैरेटिव टीम स्पोर्ट में बहुत खतरनाक होता है. ऐसी चीजें अच्छे माहौल को खराब कर सकती हैं. द्रविड़ ने जब इस नैरेटिव का बहिष्कार किया तो उन्होंने खुशी जताई.
वेस्टइंडीज में टूटा था द्रविड़ का दिल
17 साल पहले वेस्टइंडीज में ही राहुल द्रविड़ का सपना चकनाचूर हो गया था. साल 2007 में भारतीय टीम द्रविड़ की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप खेलने आई थी, लेकिन शर्मनाक प्रदर्शन के कारण ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. द्रविड अपने करियर में टीम के लिए कभी वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं उठा पाए. अब टीम इंडिया के लिए कोचिंग करते हुए बारबडोस में 29 जून को उनके पास आखिरी मौका होगा, क्योंकि इसके बाद उनका कार्यकाल खत्म हो जाएगा.