लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उत्तराखंड में करारी हार मिली थी. पांच में एक भी सीट कांग्रेस जीत नहीं पाई. पार्टी अब इस हार की वजह तलाशेगी. इसके लिए वह डिस्ट्रिक्ट वाइज समीक्षा करेगी. इसके साथ ही कांग्रेस आगामी नगर निगम और ग्रामीण निकाय चुनावों के लिए रणनीति तैयार करेगी. उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मथिरा दत्त जोशी ने रविवार को इसकी जानकारी दी.
जोशी ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में बताया कि फीडबैक लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री नवप्रभात रुद्रपुर और हलद्वानी का दो दिवसीय दौरा करेंगे. इस दौरान वो कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी. इसके साथ ही आगामी नगर निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी.
उत्तराखंड में शून्य पर सिमटी कांग्रेस
उत्तराखंड में टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीटें हैं. 2024 के आम चुनाव में बीजेपी ने राज्य की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की थी. अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को 56.81 फीसदी वोट जबकि कांग्रेस को 32.83 फीसदी वोट मिले थे. इन पांचों सीट पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हुआ था.
किसने कहां से हासिल की जीत?
- गढ़वाल: यहां से बीजेपी के अनिल बलूनी ने जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के गणेश गोढियाल को 163503 लाख वोट से हरा दिया. बलूनी को 432159 लाख वोट मिले.
- अल्मोड़ा: यहां से बीजेपी के अजय टम्टा ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को 234097 लाख वोट से शिकस्त दी. अजय को 429167 लाख वोट मिले.
- हरिद्वार: यहां से पूर्व सीएम और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस के वीरेंद्र रावत को 164056 लाख वोट से हराया. त्रिवेंद्र सिंह रावत को 653808 लाख वोट मिले.
- टिहरी गढ़वाल: यहां से माला राज्य लक्ष्मी शाह ने जीत दर्ज की. उन्होंने जोत सिंह गुनसोला को 272493 लाख वोट से हराया. माला राज्य लक्ष्मी को 462603 लाख वोट मिले.
- नैनीताल-ऊधम सिंह नगर: इस लोकसभा सीट से बीजेपी के अजय भट्ट ने जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के प्रकाश जोशी क 334548 वोट से करारी शिकस्त दी. अजय भट्ट को 772671 लाख वोट मिले.