Breaking
जम्मू-कश्मीर को पहला हिंदू मुख्यमंत्री देने की तैयारी, इस फॉर्मूले से बनेगी BJP सरकार? पूनम से मेरा संबंध नहीं था… अमेठी के दलित परिवार को गोलियों से भूनने वाले चंदन ने खोला मुंह, बच्चों ... बॉयफ्रेंड को पेड़ से बांधा, फिर बारी-बारी 21 साल की लड़की से किया रेप, पुलिस कर रही रेपिस्ट की तलाश बंद रहेगी Metro!, Yellow Line को लेकर डीएमआरसी ने जारी की एडवाइजरी राहुल गांधी की बढ़ी मुश्किलें, Veer Savarkar को लेकर विवादित बयान में पुणे कोर्ट ने भेजा समन कांग्रेस युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है… अमित शाह का बड़ा हमला समुद्री डकैती की घटनाएं फिर बढ़ा सकती हैं दुनिया की टेंशन, इटली की नेवी का दावा, वजह भी बताई हिमाचल: टॉयलेट सीट पर टैक्स नहीं ले रही सरकार, CM सुक्खू ने कहा- ‘झूठ परोसती है BJP’ महाराष्ट्र में अजित पवार को झटका! विधायक बबनराव शिंदे ने की बगावत, शरद पवार की पार्टी में होंगे शामि... हरियाणा के युवा बीजेपी को सबक सिखाएंगे… वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का ...

जीतू पटवारी ने बढ़ते कर्ज और बजट का उपयोग नहीं करने पर सरकार को घेरा

Whats App

भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बजट में किए गए प्रविधानों को नाकाफी बताते हुए सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि किसान कर्जमाफी में सिर्फ तीन हजार रुपये का प्रविधान किया है। कांग्रेस सरकार ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। लगभग 13 लाख किसानों की कर्जमाफी बाकी थी।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बजट में कटौती

पटवारी ने कहा, वर्ष 2022-23 में किसानों के लिए 74 हजार 496 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, पर 2024-25 में इसमें 66 हजार 605 करोड़ रुपये का प्रविधान ही किया है। भावांतर फ्लेट रेट योजना में सिर्फ एक हजार रुपये रखे गए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 2022-23 में दो हजार 306 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, मगर इस बजट में उसे घटाकर दो हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है।

भाजपा सरकार बजट का पूरा उपयोग नहीं कर पा रही है। वह शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पटवारी ने कहा, ग्रामीण विकास सरकार की प्राथमिकताओं में है ही नहीं।

इन मुद्दों को भी उठाया

पटवारी ने कहा, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में कहा है कि प्रदेश के पूंजीगत व्यय में इस बजट में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, जबकि सच्चाई यह है कि पूंजीगत व्यय 2023-2024 में 67 हजार 177.96 था, जिसे घटाकर 61 हजार 633.49 करोड़ रुपये किया गया अर्थात प्रदेश के अधोसंरचना विकास के साथ कुठाराघात किया गया। पोषण आहार घोटाला, आयुष्मान घोटाला, नर्सिंग घोटाला जैसे सैकड़ों घोटालों ने मप्र के विकास को गहरा आघात पहुंचाया है।

जम्मू-कश्मीर को पहला हिंदू मुख्यमंत्री देने की तैयारी, इस फॉर्मूले से बनेगी BJP सरकार?     |     पूनम से मेरा संबंध नहीं था… अमेठी के दलित परिवार को गोलियों से भूनने वाले चंदन ने खोला मुंह, बच्चों की हत्या पर कबूली ये बात     |     बॉयफ्रेंड को पेड़ से बांधा, फिर बारी-बारी 21 साल की लड़की से किया रेप, पुलिस कर रही रेपिस्ट की तलाश     |     बंद रहेगी Metro!, Yellow Line को लेकर डीएमआरसी ने जारी की एडवाइजरी     |     राहुल गांधी की बढ़ी मुश्किलें, Veer Savarkar को लेकर विवादित बयान में पुणे कोर्ट ने भेजा समन     |     कांग्रेस युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है… अमित शाह का बड़ा हमला     |     समुद्री डकैती की घटनाएं फिर बढ़ा सकती हैं दुनिया की टेंशन, इटली की नेवी का दावा, वजह भी बताई     |     हिमाचल: टॉयलेट सीट पर टैक्स नहीं ले रही सरकार, CM सुक्खू ने कहा- ‘झूठ परोसती है BJP’     |     महाराष्ट्र में अजित पवार को झटका! विधायक बबनराव शिंदे ने की बगावत, शरद पवार की पार्टी में होंगे शामिल     |     हरियाणा के युवा बीजेपी को सबक सिखाएंगे… वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का हमला     |