बारिश का कहर…हिमाचल से लेकर असम तक बाढ़ से त्राहिमाम! UP में 13 की मौत, सैकड़ों गांवों में घुसा पानी
पूर्वोत्तर भारत में बारिश और बाढ़ ने जमकर कहर बरपाया है. यहां की नदियां उफान पर हैं, जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. हालात यहां तक आ गए हैं कि राज्य के 30 जिलों में करीब 24.5 लाख लोग इस बाढ़ की चपेट में हैं. इधर, उत्तर प्रदेश में शनिवार की शाम 6:30 बजे तक 24 घंटे में बारिश की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई. इसी प्रकार जम्मू में पूरी रात हुई भारी बारिश की वजह एक 30 वर्षीय महिला की डूबने से मौत हो गई है. हालात को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने टेलीफोन पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की.
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा को भी केंद्रीय मदद का भरोसा दिया. कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ राहत कार्य में जुटी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पूरा असम राज्य भयंकर बाढ़ की चपेट में है. राज्य के कछार, कामरूप, धुबरी, नगांव, गोलपाड़ा, बारपेटा, डिब्रूगढ़, बोंगाईगांव, लखीमपुर, जोरहाट, कोकराझार, करीमगंज, कामरूप (महानगर), कामरूप और डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया आदि जिलों में आवागमन ठप है. लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है.
असम में 52 लोगों की मौत
इस राज्य में अब तक बाढ़ से 52 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं बारिश की वजह से हुए भूस्खलन और तूफान में भी 12 लोगों की जान गई है. असर सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक इस समय राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी उफान पर है. यह नदी इस समय निमाटीघाट, गुवाहाटी, ग्वालपाड़ा और धुबरी आदि इलाकों में में कहर बरपा रही है. बराक नदी और इसकी सहायक नदियां भी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर चल रहीं हैं. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी के मुताबिक यहां आई विनाशकारी बाढ़ की वजह से अब तक 114 जंगली जानवरों की भी मौत हुई है. हालांकि काफी प्रयास के बाद शनिवार तक 95 जानवरों को बचाया जा सका है.
बिहार में राहत कार्य तेज
उधर, बिहार के पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. अधिकारियों के मुताबिक नदियों में पानी का बहाव तेज होने की वजह से बांधों का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक सुपौल और उसके आसपास के क्षेत्र बसंतपुर में कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर चल रही है. खगड़िया, मधुबनी, जयनगर, झंझारपुर और बेलदौर में तो यह नदी शुक्रवार को चेतावनी स्तर को भी पार कर गई. ऐसे ही हालात शुक्रवार को अररिया जिले में भी देखने को मिला.
यूपी में 13 लोगों की मौत
यहां परमान नदी खतरे के निशान से भी ऊपर चली गई है. वहीं गोपालगंज और सिधवलिया में गंडक भी अपने रौद्र रूप में नजर आ रही है. इधर, भारी बारिश की वजह से उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे के अंदर 14 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले उत्तर प्रदेश के ही फतेहपुर, रायबरेली, मैनपुरी, बुलंदशहर, कन्नौज, कौशांबी, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़ और उन्नाव में 13 लोग मरे हैं. जबकि एक महिला की मौत जम्मू में हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में यहां औसतन 18.3 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, धर्मशाला और पालमपुर में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है.
हिमाचल में 150 सड़कें बंद
इसके चलते 150 से अधिक सड़कें बाधित हुई हैं. इनमें मंडी की 111, सिरमौर की 13, शिमला की नौ तथा चंबा और कुल्लू की आठ-आठ सड़कें शामिल हैं. इसी प्रकार बारिश की वजह एक तरफ जहां 334 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं, वहीं 55 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप हो गई हैं. सर्वाधिक 214.6 एमएम बारिश धर्मशाला में हुई है. वहीं, पालमपुर में 212.4 एमएम तथा जोगेंद्रनगर में 169 एमएम बारिश दर्ज हुई है. मौसम विभाग ने 12 जुलाई को शिमला में अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी है. उधर, राजस्थान में भी भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है. राज्य के बारां जिले में 24 घंटे के अंदर 195 एमएम बारिश हुई है. इसी प्रकार जयपुर, बूंदी, कोटा, टोंक में भी तेज बारिश हो रही है.