देश के कई IAS और IPS अक्सर चर्चा में रहते हैं. कोई अपने अच्छे कामों को लेकर तो कोई विवादों में रहकर. इस समय महाराष्ट्र की एक ट्रेनी IAS पूजा खेड़कर चर्चा का विषय बनी हुई हैं. नौबत तो यहां तक आ गई कि पुणे के कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे ने मुख्य सचिव को लेटर लिख उनकी शिकायत की, जिसके बाद पूजा का ट्रांसफर वाशिम कर दिया गया. पूजा को वाशिम जिले का असिस्टेंट कलेक्टर बनाया गया है. पूजा पर आरोप है कि एक सिविल सेवा अधिकारी के रूप में वह पुणे में अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रही थीं. अब पूजा 30 जुलाई 2025 तक अपना शेष कार्यकाल वाशिम में बतौर ट्रेनी IAS पूरा करेंगी.
ट्रेनी IAS पूजा खेड़कर उस समय चर्चा में आईं, जब उन्होंने लाल-नीली बत्ती और VIP नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल सरकारी रूप में किया. यही नहीं मामले ने तब और तूल पकड़ा, जब उन्होंने प्रशासन से ऐसी सुविधाओं की मांग की, जो IAS कैडर के प्रोबेशनरी अधिकारियों को नहीं मिलतीं. पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे की सामान्य प्रशासन विभाग को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेनी के रूप में ड्यूटी जॉइन करने से पहले ही पूजा ने अलग केबिन, कार, आवासीय क्वार्टर और एक चपरासी मुहैया कराने की मांग की थी. हालांकि उन्हें ये सुविधाएं देने से मना कर दिया गया.
जब अपर कलेक्टर के ऑफिस पर कर लिया कब्जा
पूजा खेड़कर को एक अटैच्ड बाथरूम के साथ एक VIP आवास दिया गया, लेकिन पूजा की मांग थी कि पूरी बिजली फिटिंग को बदलकर नई फिटिंग की जाए. ऑफिस में उनका केबिन मुख्य कलेक्टर कक्ष के बगल में हो. यही नहीं आरोप है कि पूजा खेड़कर ने अपर कलेक्टर अजय मोरे की अनुमति के बिना उनके कक्ष से सोफा, टेबल और कुर्सियां कर्मचारियों से हटवा कर उस पर कब्जा कर लिया. इसके बाद उस कमरे में खुद की नेम प्लेट भी लगाई. यही नहीं लेटरहेड, विजिटिंग कार्ड, पेपरवेट, राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय प्रतीक, इंटरकॉम तक इशू करा लिया. यह आदेश खुद पूजा खेड़कर ने जारी किया.
विकलांगता और OBC प्रमाण पत्र का झोल
पूजा खेड़कर पर ये भी आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए भी कथित तौर पर फर्जी विकलांगता और OBC प्रमाण पत्र पेश किया था. इसी के साथ उन्होंने मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र भी दिया था. अप्रैल 2022 में पूजा को अपने विकलांगता प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए दिल्ली के एम्स में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोरोना होने का दावा करते हुए ऐसा नहीं किया.
UPSC परीक्षा देते समय पूजा खेड़कर ने जो प्रमाण पत्र दिया था, वह आंशिक रूप से अंधे होने का था, लेकिन बाद में मेडिकल टेस्ट के दौरान पूजा खेड़कर अलग-अलग कारण बताकर छह बार अनुपस्थित रहीं. मेडिकल जांच के दौरान MRI करने की भी कोशिश की गई, लेकिन पूजा ने उसे कराने से भी इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने स्वयं एक MRI सेंटर की रिपोर्ट पेश की. UPSC द्वारा इस पर आपत्ति जताए जाने के बाद उनके चयन को चुनौती दी गई. जानकारी के मुताबिक, फैसला पूजा खेड़कर के खिलाफ फैसला सुनाया गया, लेकिन फिर सर्टिफिकेट को देखते हुए खेड़कर की नियुक्ति कैसे वैध थी, क्या इसके पीछे राजनीतिक हस्तक्षेप था? बहुत सारे प्रश्न हैं, जिनके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं.
कौन हैं ट्रेनी IAS पूजा खेड़कर?
पूजा खेड़कर महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की IAS अधिकारी हैं. पूजा ने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 841 हासिल की थी. जून 2023 में उन्हें बतौर प्रोबेशनरी ऑफिसर पुणे जिला आवंटित किया गया, लेकिन नियुक्ति के बाद से ही वह अधिकारियों से तरह-तरह की मांग करने लगी थीं. बता दें कि पूजा खेड़कर अहमदनगर जिले के पाथर्डी के पूर्व सिविल सेवक दिलीप खेड़कर की बेटी हैं. उनके दादा (माता के पिता) जगन्नाथराव बुधवंत एक IAS अधिकारी थे. वहीं पिता दिलीप खेड़कर प्रदूषण विभाग के कमिश्नर रह चुके हैं. रिटायर होने के बाद उन्होंने इस साल वंचित के समर्थन से अहमदनगर दक्षिण से लोकसभा चुनाव लड़ा था. मां डॉ. मनोरमा खेडकर भलगांव की लोक नियुक्ता सरपंच हैं.
पूजा के परिवार के पास कितनी संपत्ति?
पिता दिलीप खेड़कर ने चुनावी हलफनामे में अपनी जो संपत्ति बताई थी, उसके अनुसार उनके पास 110 एकड़ की खेतिहर जमीन, हिरानंदानी में 6 दुकानें, 7 फ्लैट, 900 ग्राम सोना-हीरे के जेवरात, 17 लाख रुपए की कीमत की घड़ियां, 4 कारें, दो प्राइवेट कंपनियों में हिस्सेदारी है. वहीं खुद पूजा की संपत्ति 17 करोड़ की है. ऐसा जानकारी RTI कार्यकर्ता विजय कुंभार ने दी. हालांकि जब इसको लेकर पूजा खेड़कर से सवाल किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. उनका कहना था कि इस बारे में वो कुछ कह नहीं सकती हैं.
पूजा खेड़कर पर एमवी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
वहीं पुणे पुलिस ट्रेनी IAS पूजा खेड़कर द्वारा इस्तेमाल की गई ऑडी कार के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी. निजी वाहन पर लाल-नीली बत्ती का प्रयोग यातायात नियमों का उल्लंघन है. पूजा की गाड़ी पर RTO का 21 हजार रुपए का बकाया है. पुणे के बानेर इलाके में पूजा का बंगला है. पुणे पुलिस ने आज उनके घर पर जाकर कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को घर में आने नहीं दिया गया. पुलिस ने बाहर सें ही गाड़ियों की फोटो निकाली. बंगले में 5 फोर व्हिलर गाड़ियां खड़ी थीं. उसमें वह ऑडी गाड़ी भी थी, जिस पर पूजा खेड़कर ने लाल-नीली बत्ती लगाई थी.