उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शुक्रवार दोपहर करीब 1.30 बजे प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन उड़ता दिखाई दिया। इस पर कंट्रोल रूप से मॉनीटरिंग कर रहे कर्मचारियों ने गार्डों को इसकी सूचना दी। लोकेशन के आधार पर सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बड़े गणेश मंदिर की गली में स्थित एक होटल की छत पर पहुंचकर हैदराबाद के तीन युवकों को पकड़ा।
तीनों युवकों पर जुर्माना
मिली जानकारी के मुताबिक, अवैधानिक फोटोग्राफी करने पर 1100 रुपये की रसीद काटकर बाद में युवकों को छोड़ दिया गया। मंदिर प्रशासक मृणाल मीना ने बताया मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट मोड पर रहती है। शुक्रवार को जैसे ही मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ता दिखाई दिया। कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग कर रहे प्रभारी ने गार्डों को सूचना देकर युवकों को पकड़ा गया।
तेलंगाना के रहने वाले थे तीनों युवक
ड्रोन उड़ाने वाले तीनों युवक हैदराबाद के तेलंगाना निवासी बताए जाते हैं। इनके नाम सांई कुमार, मुकेश व ओंकार बताए जाते हैं। तीनों युवक स्थानीय व्यक्ति रजत शर्मा के ड्रोन से फोटोग्राफी कर रहे थे। मंदिर के गार्ड जब होटल पहुंचे रजत ड्रोन लेकर चंपत हो गया था।
बाद में युवकों की निशानदेही पर उसे फोन कर बुलाया गया। गार्ड पकड़े गए तीनों युवकों को महाकाल पुलिस चौकी लेकर पहुंचे। यहां उनसे पूछताछ की गई, पड़ताल में युवकों का इरादा केवल फोटोग्राफी करना पाया गया। हालांकि मंदिर प्रशासन ने अवैधानिक फोटोग्राफी करने पर युवकों से समिति द्वारा निर्धारित 1100 रुपये का जुर्माना वसूला है।
सुरक्षा प्रभारियों की जानकारी में देर से आया मामला
महाकाल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी का जिम्मा प्रभारी अनुराग चौबे के पास है। अधिकारी स्तर पर होमगार्ड के दिलीप बामनिया को तैनात किया गया है। प्रभारी चौबे ने बताया उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। उन्हें कंट्रोल रूम प्रभारी राहुल पारिख ने किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी है। मामले में बामनिया भी कुछ बताने में असमर्थ नजर आए।