हिजबुल्लाह के बाद हूती के निशाने पर इजराइल, ड्रोन अटैक के बाद तेल अवीव में दहशत, सुरक्षा पर उठे सवाल
तेल अवीव पर हाल ही में हुए ड्रोन हमले ने इजराइल की सुरक्षा में बड़ी खामियों को उजागर किया है. यह हमला इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम के लिए गंभीर चुनौती बन गया और इसे एक बड़ी सुरक्षा चूक के तौर पर देखा जा रहा है. इस हमले पर अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि तेल अवीव में ड्रोन का हमला हूती लड़ाकों ने किया था. ये हमला अमेरिकी दूतावास के पास हुआ था.
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि हमले से दूतावास को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. ये हमला अमेरिकी दूतावास को निशाना बनाके किया गया था. खबरों के मुताबिक, इस हमले में एक इजराइली नागरिक की मौत हुई है और कई घायल हो गए. हमला इतना खतरनाक था कि इसने आसपास की इमारतों के शीशे तोड़ दिए और कई चीजों को नुकसान पहुंचाया.
हमले के बाद तेल अवीव में दहशत
इस हमले के बाद शहर में दहशत फैल गई और अलर्ट के साइरन सुनाई देने लगे. इजराइल की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है. ड्रोन हमले के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तेल अवीव में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन अब तक हमलावरों का पता नहीं चल सका है. अमेरिका अधिकारियों ने दावा किया है कि ये हमला हूती द्वारा किया गया है.
सऊदी अधिकारियों के मुताबिक, हूती विद्रोहियों ने एक बैलेस्टिक मिसाइल और चार ड्रोन से हमला किया था. जिनमे से अमेरिकी नेवी ने एक बैलेस्टिक मिसाइल और तीन ड्रोन को रेड सी में मार गिराया, लेकिन एक ड्रोन तेल अवीव तक पहुंचने में कामयाब रहा.
हूती ने ली जिम्मेदारी
यमन हूती के सैन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि हमने ड्रोन से तेल अवीव पर हमला किया और गाजा युद्ध में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजराइल को निशाना बनाया है. हूती प्रवक्ता ने कहा है कि उनकी ‘UAV Force’ ने इजराइल के कब्जे वाले जाफ़ा क्षेत्र में एक खास लक्ष्य पर हमला किया है, जिसे अब इजराइली तेल अवीव कहते हैं.
हूती ने गाजा युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए लाल सागर में दर्जनों हमले किए हैं. जिसके वजह से उन्होंने यहां से गुजरने वाले समुद्री यातायात को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है. हूती विद्रोहियों का कहना है कि वे गाजा युद्ध विराम होने तक इजराइल और अमेरिका से जुड़े जहाजों को निशाना बनाते रहेंगे.