बिहार के भागलपुर में प्रेम प्रसंग का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. अपने प्रेमी के घर के सामने धरने पर बैठी प्रेमिका को महिला दरोगा ने बाल पकड़कर घसीट-घसीट कर पीटा. उसके मुंह पर थप्पड़ भी मारे. पिटाई से नाराज प्रेमिका ने अपने हाथ की नस काट दी, जिससे उसके हाथों से खून बहने लगा. पुलिस के सामने प्रेमिका के हाथ की नस काटने से हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद पुलिस भी ये देखकर घबरा गई. उसे जख्मी हालात में अस्पताल ले जाया गया.
प्रेमिका को भनक लग गई कि उसके प्रेमी मनीष की कहीं और शादी हो रही है. वह गुरुवार की रात प्रेमी के घर पहुंच गई. वह उसी घर में रहने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गई. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. सूचना मिलने पर भागलपुर से महिला दरोगा किरण सोनी मौके पर पहुंची. उन्होंने धरने पर बैठी युवती की पिटाई कर दी.
बाल पकड़कर घसीटा तो काट ली हाथ की नस
महिला दरोगा ने युवती के बाल पकड़कर घसीट दिया. उसके मुंह पर थप्पड़ बरसा दिए. महिला दरोगा की पिटाई से गुस्सा होकर युवती ने ब्लेड से अपने हाथ की नस काट डाली. नस कटते ही युवती के हाथ से खून बहने लगा. यह देखकर पुलिस व वहां मौजूद लोग घबरा गए. उसे इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया. युवती को सुल्तानगंज के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्राइवेट ड्राइवर से हुआ प्रेम
पीड़ित युवती ने बताया कि वह अब्जूगंज की रहने वाली है. कुछ दिन पूर्व सुलतानगंज थाना के प्राइवेट ड्राइवर मनीष कुमार से उसकी दोस्ती हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई. युवती का आरोप है कि मनीष ने उसको शादी का झांसा दिया और शारीरिक संबंध बनाए. आरोप है कि मनीष ने एक होटल में उसकी मांग में सिंदूर भरकर शादी कर ली. मनीष के घर वालों ने यह रिश्ता माने से इनकार कर दिया. मनीष ने भी उससे संपर्क तोड़ दिया और दूसरी जगह शादी करने लगे.
महिला आयोग में कराई शिकायत दर्ज
पीड़ित युवती ने बताया कि उसने महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई. जहां महिला आयोग ने दोनों के बीच पति-पत्नी का रिश्ता बना कर एक दूसरे को साथ रहने की काउंसलिंग की. लेकिन कोई बात नहीं बनी. पीड़िता को मनीष द्वारा दूसरी शादी की भनक लग गई. महिला दरोगा किरण सोनी ने बताया सुलतानगंज पुलिस के द्वारा उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवती धरने पर बैठी है. उसने अपने मोबाइल में ब्लेड रखी थी. इसी बीच उसने अपने हाथ की नस काट ली, जिससे उसे गंभीर हालत में सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल ले जाया गया. वहां से बेहतर उपचार के लिए उसे मायागंज अस्पताल भेजा गया है.