भोपाल। राजधानी के देहात थाना क्षेत्र रातीबड़ में रहने वाले एएसआई मोहन लाल के घर का एक वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग माध्यमों पर बहुप्रसारित हो रहा है। उस वीडियो में एक महिला समेत दो लोग श्वान के बच्चे से क्रूरता करते नजर आ रहे हैं। ये दोनों एएसआई की पत्नी और बेटा बताए जा रहे हैं। एएसआई फिलहाल सीहोर जिले के एक थाने में पदस्थ हैं। श्वान के बच्चे को एएसआई के घर से कुछ पशुप्रेमियों ने रेस्क्यू करने के बाद उसे शेल्डर होम में रखवाया। घटना करीब 09 माह पुरानी है, जो वीडियो वायरल होने के बाद अब सुर्खियों में आई है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एएसआई मोहन लाल का कहना है कि यह वीडियो नौ माह पुराना है और श्वान के बच्चे को उनके एक रिश्तेदार ने उपहार स्वरूप दिया था। क्रूरता जैसा कुछ नहीं है, उसे ट्रेंड किया जा रहा था। तब उसे सामने वाले एक परिवार ने बनाकर उनको बदनाम करने के लिए उसे बहुप्रसारित कर दिया है। उस परिवार से उनकी बनती नहीं है।
श्वान के बच्चे को रेस्क्यू करने वाले पशुप्रेमियों ने बताया कि एएसआई मोहनलाल के मोहल्ले वालों ने शिकायत की थी। बताया था कि उनकी पत्नी और बेटा पालतू श्वान के बच्चे को पीटते हैं। लगातार कुत्ते को लातें मारी जाती हैं। इसको लेकर सक्रियता दिखाई। पशुप्रेमियों का कहना है कि श्वान के बच्चे के दोनों सामने के पैर टूट गए थे। टीम ने श्वान के बच्चे को रेस्क्यू किया। फिलहाल शेल्टर होम में डॉग सुरक्षित है। उसका उपचार भी कराया गया।
हम बता दें कि मामले को लेकर वीडियो बहुप्रसारित होने के बाद कई पशुप्रेमी संस्थान सामने आ गए हैं और मामले में उचित कार्रवाई को लेकर गुहार लगा रहे हैं।