भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज अबतक कमाल रही है. श्रीलंका ने रविवार को दूसरे वनडे में टीम इंडिया को हराया और पहला वनडे मुकाबला टाई खत्म हुआ. लेकिन अब इस वनडे सीरीज को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर भारत और श्रीलंका के बीच अगर तीसरा वनडे मैच टाई हुआ तो उसमें सुपर ओवर कराया जाएगा. अब सवाल ये है कि आखिर पहला वनडे मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर क्यों नहीं कराया गया? श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. जिसमें उसने कहा कि पहले वनडे मैच में भी सुपर ओवर होना चाहिए था लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
पहले वनडे में क्या हुआ था?
भारत-श्रीलंका के बीच पहले वनडे मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 230 रन बनाए थे जवाब में टीम इंडिया भी 230 रन ही बना सकी और मैच टाई हो गया. बड़ी बात ये है कि आईसीसी के नियमों के मुताबिक इस मैच के टाई होने के बाद सुपर ओवर होना चाहिए था लेकिन आईसीसी मैच रेफरी रंजन मदुगले ने ऐसा नहीं किया. यही नहीं सवाल मैदानी अंपायर और तीसरे-चौथे अंपायर पर भी उठते हैं. सवाल ये है कि क्या इन अधिकारियों को भी वनडे में सुपर ओवर के रूल के बारे में नहीं पता था?
वनडे में मैच टाई हुआ तो क्या है आईसीसी का रूल?
आईसीसी रूल के मुताबिक अगर दोनों टीमें एक जैसा स्कोर बनाती हैं तो सुपर ओवर होना चाहिए. अगर सुपर ओवर भी टाई रहता है तो तब तक सुपर ओवर होना चाहिए जब तक विजेता ना मिल जाए. साफ है आईसीसी के रूल में ये साफ-साफ लिखा है कि वनडे मैच टाई होने पर भी सुपर ओवर होना चाहिए लेकिन कोलंबो में ऐसा नहीं हुआ. जिसका नुकसान कहीं ना कहीं टीम इंडिया को ही हुआ है. टीम इंडिया पहला टी20 सुपर ओवर में जीत सकती थी और अगर ऐसा होता तो आज वो सीरीज में 0-1 से पीछे नहीं चल रही होती. अब आईसीसी इस बड़ी गलती का क्या जवाब देगी, ये देखना दिलचस्प रहेगा.