मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक दलित व्यक्ति को कथित तौर पर ऊंची जाति के दो लोगों ने न केवल बंधक बनाकर पीटा बल्कि उसे मूत्र पीने के लिए मजबूर भी किया। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि घटना 30 जुलाई को गाडरवारा तहसील के अंतर्गत बरहा बड़ा गांव के पास हुई। उन्होंने बताया कि पीड़ित ने सोमवार को नरसिंहपुर जिले के एससी/एसटी थाने में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।
प्राथमिकी के मुताबिक, सल्लू बुधौलिया और सूरज कचेरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 296 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील कृत्य), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 351(2) (आपराधिक धमकी), 3(5) (संयुक्त आपराधिक दायित्व) और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पीड़ित (34) ने प्राथमिकी में आरोप लगाया कि बुधौलिया और कचेरा उसे मोटरसाइकिल पर ले गए और एक जगह पर बंदी बनाकर रखा।
प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपियों ने पीड़ित से प्रेमनारायण वर्मा नाम के व्यक्ति से दो लाख रुपये लाने को कहा और जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उन्होंने उसे बेरहमी से पीटा और जाति-भेद के आधार पर गालियां दीं। प्राथमिकी में बताया गया कि कुछ देर बाद उन्होंने फिर से उसकी पिटाई की और कहा कि वह उनके लिए प्रेमनारायण से पैसे लेकर आए। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उसे लगातार पीटते हुए पेशाब पीने के लिए मजबूर भी किया। अधिकारी ने बताया, “मामला सामने आने के बाद कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया।” नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।