मानसून जाने वाला है. हालांकि दिल्ली एनसीआर में आज कहीं बूंदाबांदी तो कहीं तेज बारिश हो रही है. चार दिन से दिल्ली एनसीआर में बारिश नहीं हो रही थी. इसकी वजह से लोग गर्मी और उमस से परेशान हो गए थे. अब लोगों को थोड़ी राहत मिली है. उधर, पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की वजह से दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं. सोमवार को ही हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन हुए. इसके चलते मणिमहेश से आ रहे श्रद्धालुओं का दल फंस गया. इनमें से एक श्रद्धालु की मौत भी हो गई.
वहीं विभिन्न स्थानों पर पहाड़ों के टूटने की वजह से 100 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं. कुछ यही स्थिति उत्तराखंड के बदरीनाथ हाईवे पर भी रहा. यहां भी बारिश और भूस्खलन की वजह से करीब 4 घंटे तक यातायात बाधित रहा. जबकि मैदानी राज्यों में बारिश की वजह से कई इलाकों में जलभराव की समस्या हो गई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और लद्दाख समेत पांच राज्यों में अगले तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि वहीं पांच मैदानी राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
दक्षिण के राज्यों में बारिश की संभावना
आईएमडी के मुताबिक इस समय दक्षिण बांग्लादेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसकी वजह से उत्तर पूर्वी भारत में भारी बारिश हो सकती है. यह स्थिति अगले तीन दिनों तक बनी रह सकती है. इसी प्रकार आईएमडी ने दक्षिण के केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में भी आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है. आईएमडी ने इन सभी राज्यों के प्रशासन को अलर्ट किया है.
बारिश से बेहाल हुए ये राज्य
आईएमडी के मुताबिक बीते 24 घंटे में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई. इसी प्रकार पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, असम और मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, तेलंगाना, तमिलनाडु में भी अच्छी बारिश हुई.जबकि हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा-चंबा मार्ग पर द्रम्मण में भारी भूस्खलन हुआ. इसमें मणि महेश से आ रहे एक श्रद्धालु की मौत हो गई.
ऐसे आई मुसीबत
बारिश और भूस्खलन की वजह से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में 16 मकान भरभराकर गिर गए. उधर, मनाली-लेह मार्ग पर भूस्खलन की वजह से धुंधी के पास चट्टान गिरने की वजह से रास्ता बंद हो गया. लगातार भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से राज्य में पहले ही 100 से अधिक सड़कें बंद हैं. इसी प्रकार उत्तराखंड के पीपलकोटी और जोशीमठ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे पर मलबा जमा हो गया. इसके चलते करीब साढ़े चार घंटे तक यातायात ठप रहा.