स्कूल में छात्राओं के यौन शोषण के बाद बदलापुर में उग्र प्रदर्शन, पटरी पर उतरे लोग… रोक दीं ट्रेनें; 3 घंटे से लोकल ठप
मुंबई से सटे ठाणे में दो नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण का मामला सामने आया है. जानकारी होने पर इन छात्राओं के परिजनों समेत अन्य सैकड़ों लोगों ने स्कूल का गेट बंद कर हंगामा किया. इसके बाद परिजन रेलवे स्टेशन पहुंच गए, जहां पहले तो रेल की पटरी पर बैठकर प्रदर्शन किया, फिर जमकर तोड़फोड़ करते हुए पथराव किया. इसके चलते तीन घंटे तक इस रूट पर लोकल ट्रेनों का आवागमन बाधित हुआ. हालांकि पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों से शांत रहने की अपील की है.
उधर, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के आदेश दिए हैं. इसके बाद वरिष्ठ आईपीएस आरती सिंह के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. इसी के साथ पुलिस कमिश्नर ने भी थाने को तुरंत एक प्रस्ताव बनाकर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के लिए सबमिट करने के निर्देश दिए हैं. मामला ठाणे जिले के बदलापुर स्थित एक स्कूल का है. पुलिस के मुताबिक मामला सामने आने के बाद ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन परिजनों का कहना है कि इस संबंध में स्कूल प्रबंधन को आगे आकर माफी मांगनी चाहिए.
स्कूल के कर्मचारी ने की छेड़छाड़
इसी के साथ स्कूल के अंदर छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए. परिजनों का आरोप है कि इस स्कूल में छात्राएं सुरक्षित नहीं है. घटना के चार दिन बाद भी अभी तक स्कूल प्रबंधन की ओर से इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. आरोप है कि इन चार पांच साल की छात्राओं के साथ स्कूल के ही एक सफाई कर्मचारी ने शौचालय में छेड़छाड़ की थी. पुलिस ने इस आरोपी के साथ ही उसके अन्य साथियों को अरेस्ट कर लिया है.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई
चूंकि अब तक स्कूल प्रबंधन चुप्पी साधे हैं, ऐसे में लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद मामले में जल्द से जल्द अदालती कार्रवाई पूरी कराने के लिए केस को फास्ट ट्रैक में भेजा जाएगा. इस घटना के चार दिन बाद भी न्याय नहीं मिलता देख सैकड़ों की संख्या में लोग मंगलवार की सुबह स्कूल पहुंचे और गेट बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसकी खबर अन्य लोगों को मिली तो देखते ही देखते भीड़ कई गुना बढ़ गई और अचानक बड़ी संख्या में लोग उठकर बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंच गए और रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया.
मुख्य अध्यापिका सस्पेंड
सैकड़ों की तादात में लोग रेल की पटरियों पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. इससे मध्य रेलवे की लोकल सेवा पूरी तरह से ठप हो गई. मामला तूल पकड़ते देख आनन फानन में स्कूल प्रबंधन ने मुख्य अध्यापिका को सस्पेंड कर दिया. इसके बाद पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. सूचना मिलने पर महाराष्ट्र सरकार भी एक्शन में आ गई है. राज्य के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि विभागीय अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की है और इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी अवगत करा दिया है.
अब तक चार लोगों पर एक्शन, लाठी चार्ज में कई घायल
इस संबंध में स्कूल को नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में 4 लोगों को निलंबित किया जा चुका है. वहीं पीड़ित बच्चियों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी. उन्होंने इस मामले में पुलिस अधिकारी के ट्रांसफर पर आपत्ति जताई. कहा कि उसे सस्पेंड होना चाहिए और यह जांच होनी चाहिए कि अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उधर, आक्रोशित लोगों को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इससे बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. हालांकि अब भी लोगों का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा.