भोपाल। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय(आरटीओ) में स्मार्टचिप कार्ड की कमी आ गई है। इससे आवेदक वाहनों के पंजीयन व ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पा रहे हैं। ऐसे में नए वाहन खरीदने वाले लोगों को समय पर पंजीयन कार्ड नहीं मिल पा रहे हैं।
वहीं परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए फोटो खींचवाने, डिजिटल हस्ताक्षर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी लाइसेंस नहीं पा रहे हैं। ऐसे में पांच हजार से अधिक पंजीयन व लाइसेंस के आवेदन लंबित हो गए हैं। लोग आरटीओ के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें वाहनों के पंजीयन कार्ड व लाइसेंस नहीं रहे हैं।
जिन लोगों ने बीते दो महीने पहले वाहन खरीदे हैं, वो पहले डीलरों पास जाते हैं, वहां पंजीयन कार्ड नहीं मिलते हैं तो आरटीओ जाते हैं, जहां भी स्मार्ट चिप कार्ड की कमी के चलते पंजीयन कार्ड नहीं बन रहे हैं। बता दें कि बीते दो वर्ष से रूस व यू्क्रेन युद्ध के चलते स्मार्टचिप कार्ड की कमी चल रही है। बीते तीन से चार दिनों में कार्ड, इंक व रिबन की दिक्कत अधिक हो गई है।
आरटीओ में व्यवस्थाएं हुई गड़बड़
वाहनों के पंजीयन व ड्राइविंग लाइसेंस समय पर नहीं बनने से लोग परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा आरटीओ में वाहनों के स्थानांतरण, एनओसी, परमिट शाखा में भी व्यवस्थाएं प्रभावित हो गई हैं। गड़बड़ हुई व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कोई ध्यान नहीं देर रहा हैं। इसका खामियाजा आम जनता के परेशान होकर भुगतना पड़ रहा है। लोग आरटीओ जितेंद्र शर्मा से शिकायत करने जाते हैं। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों की शिकायत है कि भी एनआइसी के पोर्टल वाहन-चार तो कभी परिवहन सारथी बंद रहता है। इससे आनलाइन आवेदन प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पाती है। काम कराने के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।