Breaking
कसाब तक को निष्पक्ष सुनवाई दी गई…यासीन मलिक केस में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा? डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड पर बड़ा एक्शन, गृह मंत्रालय ने ब्लॉक किए 17,000 से अधिक Whatsapp अकाउंट ‘आपकी बेटी बेहोश हो गई…’, भागलपुर में दहेज के लिए बीवी का कत्ल, पति ने भागने से पहले किया ये काम 9 बच्चों के पिता को छोड़कर भागी बीवी, 4 बच्चों को भी ले गई साथ…पति का ऐलान- पत्नी ढूंढो मिलेगा इनाम पहले शराब पार्टी, फिर मर्डर… गर्लफ्रेंड संग छलकाया जाम, गला घोंट कर दी हत्या; लिव इन में रह रहे थे द... गर्लफ्रेंड के साथ होटल में था बॉयफ्रेंड, कमरे में युवक की मिली लाश, बेहोश पड़ी थी लड़की महाराष्ट्र में मतगणना को लेकर पुलिस ने जारी किया अलर्ट, जनसभा, लाउडस्पीकर आदि पर प्रतिबंध राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र ने खुद पर पेट्रोल डालकर लगाई आग, 85 प्रतिशत झुलसा UP उपचुनाव: मुस्लिमों को वोट डालने से रोका, सपा ने की 4 सीटों पर फिर से चुनाव कराने की मांग 6 दलबदलू, हारे हुए नेता को भी टिकट.. आप के 11 उम्मीदवारों का लेखा-जोखा

स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले में विभव कुमार को राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

Whats App

आम आदमी पार्टी का राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल बदसलूकी मामले में जेल में बंद विभव कुमार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ विभव को जमानत दी है. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जांच पूरी हो गई है और चार्जशीट दाखिल हो गया है. ऐसे में हम ज्यादा दिन तक याचिकाकर्ता को जेल में नहीं रख सकते हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने विभव कुमार को जमानत देते हुए टिप्पणी भी की. अदालत ने कहा कि जब चोटें साधारण हों तो आप किसी व्यक्ति को 100 दिनों से अधिक समय तक जेल में नहीं रख सकते. औसत दर्जे की रिपोर्ट देखें. आपको यहां दोनों में संतुलन बनाना होगा न कि जमानत का विरोध करना होगा.

कोर्ट बोला- सुनवाई में अधिक समय लगने की संभावना

Whats App

विभव कुमार की ओर से दायर जमानत की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले में याचिकाकर्ता पहले से ही 100 दिनों से ज्यादा समय से जेल में बंद है. इस मामले में 51 से अधिक गवाहै. ऐसे में सुनवाई में और अधिक समय लगने की संभावना है.

ASG ने जमानत का किया विरोध

दिल्ली पुलिस की ओर से पेश ASG एसवी राजू ने जमानत का विरोध किया. उन्होंने कहा कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ होने की संभावना है. इस पर अदालत ने कहा कि जमानत की शर्तें निचली अदालत तय करेंगी. विभव कुमार सीएम ऑफिस और ऑफिसर के यहां नहीं जाएंगे. इसके अलावा कोई भी सरकारी पद विभव कुमार को नहीं दिया जाएगा. न ही वे सबूतों के साथ कोई छेड़छाड़ करेंगे और न ही केस से जुड़ा कोई बयान देंगे.

18 मई को हुई थी गिरफ्तारी

आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री आवास में विभव कुमार पर बदसलूकी का आरोप लगाया. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 18 मई को विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया. तब से विभव कुमार जेल में बंद हैं. विभव की ओर से निचली अदालत के अलावा हाई कोर्ट में भी जमानत की याचिका दायर की गई थी, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली थी. इसके बाद वो सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे.

कसाब तक को निष्पक्ष सुनवाई दी गई…यासीन मलिक केस में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा?     |     डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड पर बड़ा एक्शन, गृह मंत्रालय ने ब्लॉक किए 17,000 से अधिक Whatsapp अकाउंट     |     ‘आपकी बेटी बेहोश हो गई…’, भागलपुर में दहेज के लिए बीवी का कत्ल, पति ने भागने से पहले किया ये काम     |     9 बच्चों के पिता को छोड़कर भागी बीवी, 4 बच्चों को भी ले गई साथ…पति का ऐलान- पत्नी ढूंढो मिलेगा इनाम     |     पहले शराब पार्टी, फिर मर्डर… गर्लफ्रेंड संग छलकाया जाम, गला घोंट कर दी हत्या; लिव इन में रह रहे थे दोनों     |     गर्लफ्रेंड के साथ होटल में था बॉयफ्रेंड, कमरे में युवक की मिली लाश, बेहोश पड़ी थी लड़की     |     महाराष्ट्र में मतगणना को लेकर पुलिस ने जारी किया अलर्ट, जनसभा, लाउडस्पीकर आदि पर प्रतिबंध     |     राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र ने खुद पर पेट्रोल डालकर लगाई आग, 85 प्रतिशत झुलसा     |     UP उपचुनाव: मुस्लिमों को वोट डालने से रोका, सपा ने की 4 सीटों पर फिर से चुनाव कराने की मांग     |     6 दलबदलू, हारे हुए नेता को भी टिकट.. आप के 11 उम्मीदवारों का लेखा-जोखा     |