इंदौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा की शुरुआत शुक्रवार से हुई। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने इसकी वर्चुअली शुरुआत की। अब यहां यात्रियों को स्कैनर मशीन पर चेहरा दिखाने के बाद प्रवेश मिलेगा।
सिक्योरिटी चेकिंग का समय बचेगा
सुरक्षाकर्मियों को किसी प्रकार के पहचान दस्तावेज और टिकट दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे यात्रियों का सिक्योरिटी चेकिंग का समय बचेगा और बोर्डिंग समय पर हो सकेगी। इंदौर एयरपोर्ट पर 15 दिन से चल रहे डिजी यात्रा के ट्रायल के बाद अब इसकी शुरुआत कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री नायडू विशाखापट्टनम एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा को शुरू करने के लिए मौजूद रहे और अन्य एयरपोर्ट पर वर्चुअली इसे प्रारंभ किया। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी इंदौर एयपोर्ट पर मौजूद थे। उन्होंने फीता काटकर डिजी यात्रा को यात्रियों को समर्पित किया।
सांसद ने कहा कि डिजी यात्रा की सुविधा शुरू होने से यात्रियों को सुविधा होगी और पिकअवर्स में बगैर लाइन में लगे आसानी से एयरपोर्ट में प्रवेश कर जाएंगे। एयरपोर्ट डायरेक्टर विपिनकांत सेठ ने बताया कि ट्रायल में 10 प्रतिशत यात्रियों के प्रवेश का लक्ष्य तय किया था।
इन एयरपोर्ट पर हुई शुरुआत
मध्य प्रदेश में इंदौर पहला एयरपोर्ट है, जहां पर डिजी यात्रा की शुरुआत की गई है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के रायपुर एयरपोर्ट पर भी डिजी यात्रा की शुरू हुई। यह सुविधा विशाखापट्टनम, इंदौर, रायपुर, पटना, बागडोगरा, भुवनेश्वर, गोवा, रांची और कोयम्बटूर एयरपोर्ट पर शुरू हुई।
ऐसे कर सकते हैं डिजी यात्रा का उपयोग
स्टेप 1- मोबाइल में डिजी यात्रा एप डाउनलोड करना होगा।
स्टेप 2- नाम, मोबाइल नंबर और पहचान प्रमाण (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी, पासपोर्ट) की जानकारी दर्ज कर डिजी यात्रा आइडी जनरेट करनी होगी।
स्टेप 3- डिजी यात्रा आइडी जनरेट करने के बाद टिकट खरीदते समय यात्री को इसे साझा करना होगा।
स्टेप 4- डिपार्चर वाले एयरपोर्ट को एयरलाइंस द्वारा डिजी यात्रा आइडी और यात्री का डेटा भेजा जाएगा।
स्टेप 5- एयरपोर्ट के प्रवेश गेट पर ई-टिकट या बारकोड स्कैन करने के बाद चेहरा स्कैन करना होगा।
स्टेप 6- स्कैनर द्वारा यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज की जांच करने के बाद प्रवेश ई-गेट खुल जाएगा
स्टेप 7- एयरपोर्ट के अंदर सिक्योरिटी चेक, बोर्डिंग के दौरान भी चेहरा स्कैन करना होगा।