देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन का नाम उद्घाटन से ठीक पहले बदल गया है. अब इस ट्रेन का नया नाम नमो भारत रैपिड रेल होगा. देश में पहली बार गुजरात के भुज से अहमदाबाद के बीच चलने वाली इस ट्रेन का 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले हैं. इससे पहले इसी प्रकार आरआरटीएस ट्रेन का नाम रैपिडएक्स से बदलकर नमो भारत रैपिड रेल किया गया था. यह ट्रेन मेरठ से दिल्ली के बीच चलने वाली है. पिछले दिनों गाजियाबाद में प्रधानमंत्री मोदी ने इसका भी उद्घाटन किया था.
केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय ने वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का नाम बदलने को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जब अहमदाबाद और भुज के बीच चलने वाली देश की पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाने आएंगे, उस समय इस ट्रेन को नमो भारत रैपिड रेल के नाम से जाना जाएगा. अपने जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी इस ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस मौके पर वह कई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. खासतौर पर नमो भारत रैपिड रेल ट्रेन को गुजरात वासियों के लिए बड़ी सौगात माना जा रहा है.
वंदे भारत ट्रेनों की तर्ज बनी है यह ट्रेन
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक नमो भारत रैपिड रेल का निर्माण वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की तर्ज पर किया गया है. हालांकि यह ट्रेने देश के कई हिस्सों में छोटी दूरी के लिए चलेंगी. फिलहाल इस तरह की प्रस्तावित ट्रेनों में से पहली ट्रेन का शुभारंभ गुजरात में अहमदाबाद से भुज के बीच किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक छोटी दूरी की इन ट्रेनों का संचालन ईएमयू की तरह से ही होगा. इन दोनों तरह की ट्रेनों में अंतर यह होगा नमो भारत रैपिड रेल में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी और इनकी स्पीड भी काफी ज्यादा होंगी.
ईएमयू की तरह दो शहरों को कनेक्ट करेगी
जबकि ईएमयू ट्रेनों की स्पीड कम होने के साथ ही उनमें बेसिक सुविधाएं ही होती है. यह ट्रेन दो शहरों के बीच कनेक्टिविटी देने का काम करती है. इससे लोगों का एक शहर में रहकर दूसरे शहर में नौकरी करना आसान हो पाता है. अब नमो भारत रैपिड रेल चलने से लोगों को इन ट्रेनों में यात्रा के दौरार आराम तो मिलेगा ही समय भी बचेगा.