दिल्ली शराब नीति केस: केजरीवाल-सिसोदिया से अमित अरोड़ा-अमनदीप तक…शिकंजे से निकले सभी आरोपी, जानें कौन?
दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में हाई कोर्ट ने मंगलवार को दो बिजनेसमैन अमित अरोड़ा और अमनदीप सिंह को जमानत दे दी. दिल्ली हाई कोर्ट के इसे फैसले के साथ ही इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार सभी आरोपियों को बेल मिल चुकी है. ईडी ने अमित अरोड़ा को 29 नवंबर, 2022 और अमनदीप सिंह को 1 मार्च, 2023 को गिरफ्तार किया था. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी. दोनों ही आरोपियों को रेगुलर बेल मिली है. इससे पहले हाई कोर्ट ने बिजनेसमैन समीर महेंद्रू और आम आदमी पार्टी के वॉलिंटियर चनप्रीत सिंह को जमानत दी थी.
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पहले ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है. केजरीवाल से पहले दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को राहत मिली थी. वह भी जेल से बाहर हैं. ईडी ने 2022 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एक मामले के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था.
इन आरोपियों को मिल चुकी है जमानत
1- अभिषेक बोइनपल्ली
20 मार्च 2024 को जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैदराबाद के कारोबारी अभिषेक बोइनपल्ली को अंतरिम जमानत दी. उन्हें पहली बार अक्टूबर, 2022 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. हालांकि, एक महीने बाद उन्हें दिल्ली की एक अदालत से सीबीआई मामले में जमानत मिल गई थी. यह राहत अल्पकालिक थी क्योंकि उसी समय उन्हें पांच दिनों के लिए हिरासत में लेने की ईडी की याचिका को विशेष अदालत ने अनुमति दे दी थी.
2- संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को जस्टिस संजीव खन्ना, दीपांकर दत्ता और पीबी वराले की पीठ ने 2 अप्रैल को जमानत दी थी. ईडी ने कहा था कि उसे मामले के विशिष्ट तथ्यों के आधार पर संजय सिंह को जमानत देने में कोई आपत्ति नहीं है. इसके बाद अदालत ने उनकी रिहाई का आदेश दिया. संजय सिंह को 4 अक्टूबर, 2023 को गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तारी हुई थी.
3- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. 9 मार्च, 2023 को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. 9 अगस्त, 2024 को जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ ने भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को जमानत दे दी थी.
4- के कविता
27 अगस्त, 2024 को जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ ने मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के मामलों में बीआरएस नेता के कविता को जमानत दी. कविता को ईडी ने 15 मार्च को गिरफ्तार किया था और तब से वह हिरासत में थी. के कविता तेलंगाना के पूर्व के चंदशेखर रॉव की बेटी हैं.
5- अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च, 2024 को गिरफ्तार किया था. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें 10 मई को अंतरिम जमानत मिली थी. 1 जून को उन्होंने सरेंडर कर दिया था. 13 सितंबर को केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली. अदालत ने उन्हें बेल दे दी. हालांकि कोर्ट ने कई शर्तें रखी हैं.
6- विजय नायर
2 सितंबर, 2024 को जस्टिस हृषिकेश रॉय और जस्टिस एसवीएन भट्टी की पीठ ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर को जमानत दी. नायर लगभग 23 महीने तक हिरासत में थे.
7- राघव मगुंटा
10 अगस्त, 2023 को दिल्ली हाई कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मगुंटा को जमानत दे दी. राहत तब मिली जब ईडी ने जमानत याचिका का विरोध नहीं किया और कहा कि वह जांच में सहयोग कर रहे हैं. दो महीने बाद, राघव मगुंटा को विशेष अदालत ने माफ़ी दे दी.
8- शरथ चंद्र रेड्डी
8 मई 2023 को दिल्ली उच्च न्यायालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पी शरथ चंद्र रेड्डी को चिकित्सा आधार पर जमानत दे दी. अरबिंदो फार्मा के निदेशक रेड्डी को नवंबर 2022 में ईडी ने गिरफ्तार किया था.
9- अमित अरोड़ा
गुरुग्राम स्थित कंपनी बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड के डायरेक्टर अमित अरोड़ा को ईडी ने 29 नवंबर, 2022 को गिरफ्तार किया था. 30 अगस्त तक उन्हें मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मिली थी, लेकिन 17 सितंबर को हाई कोर्ट ने उन्हें नियमित जमानत दे दी.
10- अमनदीप सिंह
अमनदीप सिंह ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं. उनपर आप को रिश्वत देने के लिए दूसरों के साथ साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. मार्च में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. वह साउथ ग्रुप से जुड़े थे.
11-बेनॉय बाबू
बेनॉय बाबू, शराब निर्माता पेरनोड रिकार्ड इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक हैं. बाबू पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कथित सहयोगी विजय नायर से पहली बार 27 मार्च, 2021 को मुलाकात की थी, जबकि नीति की घोषणा 22 मार्च, 2021 को की गई थी.
12- राजेश जोशी
राजेश जोशी चैरियट प्रोडक्शन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं. उन्हें पिछले साल फरवीर में गिरफ्तार किया गया था.
13-गौतम मल्होत्रा
गौतम मल्होत्रा पंजाब के बिजनेसमैन हैं. गौतम फरीदकोट से शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे हैं, जो पंजाब में एक स्थापित शराब कारोबारी हैं और ओएसिस ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (एमडी) हैं.
14-समीर महेंद्रू
समीर महेंद्रू देश के जाने माने शराब कारोबारी हैं. वर्तमान में वह इंडोस्पिरिट ग्रुप (Indospirit Group) के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. इस कंपनी की साल 2006 में महेंद्रू ने ही शुरू किया था. कंपनी का हेडक्वाटर दिल्ली में है. इंडोस्पिरिट को भारत में शराब और पेय पदार्थों का प्रमुख आयातक और वितरक के रूप में जाना जाता है. यानी समीर महेंद्रूर की कंपनी बाहर से शराब लाती है और देश में बेचती है. 15-चनप्रीत सिंह
चनप्रीत सिंह ने कथित तौर पर गोवा विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के फंड का प्रबंधन किया था. हालांकि आप का दावा है कि सिंह विभिन्न पार्टियों के लिए फ्रीलांसर के रूप में काम करते हैं. उन्होंने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और यहां तक कि भाजपा के लिए भी काम किया है.
16-अरुण रामचंद्रन पिल्लई
पिल्लई ‘साउथ ग्रुप’ का हिस्सा हैं, जिसमें दक्षिण भारत के नेताओं का एक समूह शामिल है जिसने कथित तौर पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को 100 करोड़ रुपये की ‘रिश्वत’ भेजी थी. ईडी के अनुसार, पिल्लई दक्षिण स्थित शराब निर्माता समूह, इंडोस्पिरिट्स का प्रमुख व्यक्ति है. वह हैदराबाद स्थित एक शराब व्यवसायी हैं.
17- दिनेश अरोड़ा
दिनेश अरोड़ा बिजनेसमैन हैं. उन्हें मनीष सिसोदिया का करीबी बताया जाता है. दिनेश अरोड़ा रेस्तरां उद्योग में जाना माना नाम हैं. उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वह 2009 से इस उद्योग से जुड़े हुए हैं, जब उन्होंने हौज खास, दिल्ली में अपने पहले कैफे का उद्घाटन किया था. वह चीका दिल्ली, अनप्लग्ड कोर्टयार्ड और ला रोका एयरोसिटी जैसे प्रसिद्ध प्रतिष्ठानों में प्रबंध निदेशक के पद पर हैं.
18- विनोद चौहान
विनोद चौहान को दिल्ली की एक अदालत ने 12 सितंबर, 2024 को जमानत दी. स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने उन्हें जमानत दी. आरोप है कि विनोद चौहान 25.5 करोड़ रुपये के अपराध की आय को स्थानांतरित करने में शामिल थे. विनोद चौहान पर ये भी आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर गोवा चुनावों के लिए आप को रिश्वत पहुंचाई. आरोप है कि उन्होंने हवाला के जरिए ये पैसा पहुंचाया था.
गिरफ्तार किए गए इन 18 आरोपियों में से तीन शरथ चंद्र रेड्डी, राघव माघुंटा और दिनेश अरोड़ा गवाह बन चुके हैं.