सुल्तानपुर डकैती केस का एक और आरोपी एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. यूपी STF के साथ उन्नाव के अचलगंज में मुठभेड़ में बदमाश अनुज प्रताप सिंह मारा गया है. अब इस मामले पर सियासत तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है और इस कार्रवाई को निंदनीय बताया है. अनुज सिंह एनकाउंटर से पहले आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर किया गया था. दरअसल, सुल्तानपुर में 28 अगस्त को ज्वैलर्स के यहां लूट हुई थी, जिसमें आरोपी शामिल थे.
सपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं. किसी का भी फर्जी एनकाउंटर नाइंसापी है. हिंसा और रक्त से यूपी की छवि को धूमिल करना प्रदेश के भविष्य के विरुद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है. आज के सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएंगे इसलिए वो जाते-जाते यूपी में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि प्रदेश में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे. यूपी की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं. जिनका खुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं.
सपा ने अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर फर्जी बताया
समाजवादी पार्टी ने अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर को फर्जी बताया और कहा कि इस केस में बड़े अपराधियों को बचाया जा रहा है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने अनुज प्रताप सिंह के एनकांउटर को फर्जी बताया है. उन्होंने कहा कि क्या घटना के बाद से ही आरोपी सुल्तानपुर के आस पास रहकर अपनी मौत का इंतजार कर रहे थे. पहले यादव मारा गया और अब ठाकुर, तो हिसाब एसटीएफ ने बराबर कर दिया है.
सुल्तानपुर डकैती कांड में मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद यूपी में खूब सियासत हुई थी. समाजवादी पार्टी ने सरकार पर जाति विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाया था. अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर के बाद अब उसके पिता ने कहा कि ठाकुर का एनकाउंटर होने से अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई.
अनुज प्रताप सिंह के पिता ने क्या कहा?
अनुज प्रताप सिंह के पिता कर्मराज सिंह ने कहा, ‘अनुज प्रताप सिंह मेरा लड़का था, उसका सूरत में सिर्फ एक केस था और बाकी सुल्तानपुर केस में नाम था. पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया. हम लोगों को इस विषय में कोई जानकारी नहीं दी गई. 3 मई को गांव आया था. 4 जून को गया था. चलो अखिलेश यादव जी की इच्छा तो पूरी हो गई, कम से कम ठाकुरों का एनकाउंटर होने से उनकी इच्छा की पूर्ति तो हो गई. ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया, जिसके खिलाफ 35-40 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है. जिनके पास 1-2 केस हैं उनका एनकाउंटर किया जा रहा है. सरकार की मर्जी है… जो मर्जी है वो सरकार कर रही है.