राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आज शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में रियासी बस हमले (Reasi bus attack) से जुड़े मामले में 2 जिलों का 7 स्थानों पर तलाशी ले रही है. एनआईए की ओर से जिन स्थानों पर तलाशी ली जा रही है, वे हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवर-ग्राउंड वर्करों से जुड़े हुए हैं. श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकवादी हमला 9 जून को हुआ था जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे.
एनआईए रियासी आतंकवादी हमले के मामले में रियासी और राजौरी इलाकों में तलाशी कर रही है. तलाशी को लेकर विस्तृत जानकारी का इंतजार है. केंद्र सरकार ने इस आतंकी हमले की जांच 17 जून को एनआईए को सौंपी थी.
हमले के बाद में गिर गई थी बस
घटना 9 जून की है. जम्मू के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस आतंकवादी हमले के बाद खाई में गिर गई, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और 41 लोग जख्मी हो गए थे.
हमलों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि यह घटना 9 जून की शाम करीब 6:10 बजे घटी, जब शिव खोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर के बेस कैंप लौट रही बस पर तेरयाथ गांव में घात लगाकर हमला कर दिया गया. हमले के दौरान, बस ड्राइवर घायल हो गया, और वह अपनी गाड़ी पर नियंत्रण खो बैठा. अधिकारियों ने हमले के सिलसिले में 50 लोगों को हिरासत में लिया है.
गृह मंत्रालय ने 17 जून को सौंपी थी जांच
गृह मंत्रालय ने हमले के कुछ दिन बाद 17 जून को मामले की जांच एनआईए को सौंप दी. प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने शुरू में हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में इससे पलट गया.
अब तक, राजौरी के हाकम खान को आतंकवादियों को भोजन, पनाह और रसद की सप्लाई करने और हमले से पहले टोही में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले, 30 जून को जांच एजेंसी ने राजौरी में हाइब्रिड आतंकवादियों और उनके ओवरग्राउंड गुर्गों से जुड़े पांच ठिकानों पर छापेमारी की थी.