कानपुर टेस्ट के साथ खत्म हो जाएगा इस खिलाड़ी का करियर? चार घंटे की बैठक के बाद सामने आया चौंकाने वाला बयान
टीम इंडिया और बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाले कानपुर टेस्ट मैच से पहले बांग्लादेश के दिग्गज ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने तत्काल प्रभाव से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ का फैसला किया और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) से अगले महीने मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज के अंत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की इच्छा जताई. इस पर अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष फारुक अहमद का बड़ा बयान सामने आया है.
कानपुर टेस्ट होगा शाकिब का आखिरी मैच?
शाकिब अल हसन को बांग्लादेश में सुरक्षा मिलेगी तभी वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज खेल पाएंगे. वरना कानपुर टेस्ट मैच उनके टेस्ट करियर का आखिरी मैच होगा. ऐसे में 26 सितंबर को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में चार घंटे तक चली बोर्ड बैठक के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष फारुक अहमद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष फारुक अहमद ने कहा, ‘शाकिब की सुरक्षा हमारे हाथ में नहीं है. सुरक्षा सरकार से मिलनी चाहिए और उसे अपना फैसला खुद लेना होगा. हम उसकी सुरक्षा के बारे में कुछ नहीं कह सकते. हमारे पास किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता नहीं है. मैं न तो कोई एजेंसी हूं, न ही पुलिस या रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी). सुरक्षा मुद्दे को सरकार द्वारा मंजूरी दी जानी चाहिए क्योंकि बोर्ड से हम कुछ नहीं कह सकते.
भारत में आखिरी मैच खेलने की दी सलाह
फारुक अहमद ने आगे कहा, ‘शाकिब निजी तौर पर मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, इसलिए हम अपनी तरफ से ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. उनकी तरह मुझे भी लगता है कि अगर वह यहां से अपना आखिरी टेस्ट खेल पाते हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता, लेकिन उनकी सुरक्षा के बारे में उच्च अधिकारियों को आश्वस्त करने की जरूरत है. वह कठिन समय से गुजर रहे हैं. उन्हें लगा कि यह उनके लिए अपना आखिरी टेस्ट खेलने का सही समय है और हमने उनके निर्णय का सम्मान किया है.’
फारुक अहमद के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि बांग्लादेश में शाकिब का खेल पाना मुश्किल है. ऐसे में कानपुर टेस्ट इस फॉर्मेट में उनका आखिरी मैच हो सकता है. हालांकि इस मुकाबले पर भी बारिश का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में उन्होंने मैदान पर पांचों दिन पूरा मौका मिल पाएगा या नहीं ये भी कहना मुश्किल है.