सागर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आज, देश-विदेश के उद्योगगपति शामिल होंगे, बुंदेलखंड में होंगी निवेश की अमृत वर्षा
सागर। सागर संभागीय मुख्यालय पर शुक्रवार को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। कॉन्क्लेव का उद्घाटन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव करेंगे। आयोजन पीटीसी ग्राउंड में किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुबह नौ बजे के करीब सागर पहुंचेंगे। इस कॉन्क्लेव में देश और विदेश के 4500 से अधिक उद्यमियों ने अपना पंजीयन कराया है। इसमें उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों से 60 से अधिक उद्योगपति भी शामिल होंगे।
इस एकदिवसीय आयोजन में खनिज, पर्यटन, नवकरणीय उर्जा, पेट्रोल केमिकल्स, प्लास्टिक, खाद्य प्रसंस्करण, डेरी और फर्नीचर निर्माण, टेक्सटाइल, आईटी, डेटा सेंटर के क्षेत्र में निवेश होने की संभावना है। आयोजन के अंत में ओडीओपी पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उद्यमियों से चर्चा कर बुंदेलखंड में निवेश करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। शुभारंभ सत्र में देश के प्रमुख उद्योगपति राज्य में निवेश के प्रति अपने विचार रखेंगे। इससे पहले अगस्त में ग्वालियर, जुलाई में जबलपुर और फरवरी में उज्जैन में कॉन्क्लेव हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री उद्योगपतियों से करेंगे संवाद
इस कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारी विभिन्न् कंपनियों के डेलिगेट्स से राउंड टेबल पर बुंदेलखंड में विकास की संभावना और उद्योगों को लेकर चर्चा करेंगे। वन-टू-वन संवाद भी होगा।
होंगे सेक्टोरल-सत्र
कॉन्क्लेव में विभिन्न सेक्टोरल-सत्र आयोजित किये जायेंगे। इसमें पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक एवं संबधित सेक्टर को लेकर बीना रिफाइनरी से संबंधित विषय पर मुख्य फोकस होगा। इसके अलावा कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी क्षेत्र, एमएसएमई एवं स्टार्टअप, कुटीर उद्योग को लेकर सेक्टोरल सत्र होगा, जिसमें मुख्य फोकस-बीड़ी उद्योग पर होगा।
रिन्यूएबल एनर्जी, टेक्सटाइल व टेक्निकल टेक्सटाइल पर दो राउंड-टेबल सत्र होंगे। एक ज़िला-एक उत्पाद (ओडीओपी) से संबंधित कार्यशाला और स्थानीय समस्याओं के आईटी आधारित समाधान के लिए हैकाथॉन का आयोजन भी शामिल हैं।
कुटीर उद्योग पर फोकस
कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस स्थानीय कुटीर उद्योग होगा। बीड़ी उद्योग पर आधारित पृथक सेशन में विस्तृत कार्य-योजना पर चर्चा की जायेगी। ‘एक ज़िला-एक उत्पाद’ में सागर संभाग के सभी जिलों के स्थानीय उत्पादों की विश्व स्तरीय गुणवत्ता, विपणन एवं प्र-संस्करण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।