भोपाल। जिले में गरीबों को पांच रुपये में भरपेट खाना खिलाने वाली दीनदयाल रसोई के राशन पर भी डाका डाला जा रहा है। यहां आने वाले मुफ्त राशन को व्यापारियों को बेचने का मामला सामने आया है। घटना का खुलासा होने के बाद जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार ने 70 क्विंटल गेहूं जब्त कर रिपोर्ट कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को सौंप दी है।
राजधानी में पांच रसोई केंद्रों को हर महीने गेहूं-चावल मुफ्त दिया जाता है। कोलार स्थित रसोई केन्द्र को आर्य शिक्षा समिति नई दिल्ली संस्था चलाती है। इसे प्रत्येक माह 93 क्विंटल गेहूं और 22 क्विंटल चावल का कोटा जारी किया जाता है। यह राशन खाद्य व नागरिक आपूर्ति निगम से रसोई केंद्र संचालित करने वाली समिति उठाती है। कुछ दिन पहले जब खाद्य विभाग की टीम रसोई केंद्र पहुंची तो, गेहूं मौके पर नहीं मिला था। गेहूं 25 किमी दूर आनंद नगर के व्यापारी राजकुमार चावला के गोदाम में मिला। चावला के भाई करोंद मंडी में गेहूं, चावल का कारोबारी भी हैं।
इस मामले में जब रसोई केंद्र के मैनेजर सुजान सिंह से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रखने की जगह नहीं होने के कारण राशन वहां रखवाया था। जिला आपूर्ति नियंत्रक का कहना है कि दीनदयाल रसोई योजना का गेहूं व्यापारी के गोदाम में मिलने के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को पेश कर दी गई है।
दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की शुरुआत सात अप्रैल 2017 को हुई थी। इसमें प्रदेश के सभी जिलों में रसोई का निर्माण किया है। भोपाल में शाहजहांनाबाद, कोलार, शाहजहांनी पार्क, रत्नागिरी, करोंद और बैरागढ़ में दीनदयाल रसोई का संचालन हो रहा है। जिसके तहत पांच रुपये में भरपेट खाना खिलाया जाता है। कलेक्टर का कहना है कि दीनदयाल रसोई योजना का गेहूं व्यापारी के यहां मिलने के संबंध में रिपोर्ट मिल गई है। अध्ययन करने के बाद इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।