मध्य प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. महाकाल मंदिर के अलावा, आतंकियों ने देश के कई और जगहों को भी नुकसान पहुंचाने की बात की है. राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर एक लेटर मिला जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया. इस लेटर को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के जम्मू कश्मीर एरिया कमांडर मोहम्मद सलीम अंसारी ने लिखा है. आतंकियों की दी गई धमकी के बाद उज्जैन पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है. महाकालेश्वर मंदिर के साथ ही मंदिर के बाहर भी लगातार सर्चिंग अभियान जारी है. वैसे तो मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में पुलिस हर दिन ही सर्चिंग अभियान चलाती है लेकिन इस धमकी के बाद से पुलिस और भी अलर्ट होकर काम कर रही है.
इस लेटर में लिखा है कि है खुदा मुझे माफ कर, जम्मू-कश्मीर में मारे जा रहे हमारे जिहादियों की मौत का बदला जरूर लेंगे. हम जयपुर, जोधपुर, अलवर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, बूंदी, उदयपुर, बीकानेर, जयपुर मंडल, मध्यप्रदेश के भी रेलवे स्टेशन, 2 नवम्बर को उज्जैन महाकाल मंदिर, जयपुर के कई धार्मिक स्थानों, रेलवे स्टेशन और सैन्य अड्डों को बम से उड़ा देंगे. राजस्थान और मध्यप्रदेश को खून से रंग देंगे. इस धमकी के आने के बाद से हर जगह सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंध कर दिया गया है.
चाकचौबंध की गई व्यवस्था
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर को उड़ाने की सूचना मीडिया के माध्यम से हमें मिली है लेकिन महाकालेश्वर मंदिर में हर दिन ही डॉग स्क्वॉड के माध्यम से सर्चिंग की जाती है. वहीं मंदिर के बाकी क्षेत्रों में भी हर दिन सर्चिंग अभियान चलाया जाता है. एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस धमकी को देखते हुए हम आज से और भी अलर्ट पर रहेंगे. महाकालेश्वर मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों के साथ ही जल्द ही रेलवे स्टेशन बस स्टैंड और शहर की होटल की भी सर्चिंग की जाएगी.
मंदिर में कैसी है सुरक्षा व्यवस्था?
हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर को एक पत्र मिला था, जिसमें 2 नवंबर को उज्जैन के महाकाल मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. इस लेटर में लिखा हुआ है कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर को उड़ाने के साथ ही आतंकी मध्यप्रदेश और राजस्थान के रेलवे स्टेशनों को उड़ा देंगे और इन दोनों प्रदेशों को खून से रंग देंगे. महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो वर्तमान में मंदिर में मेटल डिटेक्टर से होने के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है. मंदिर में सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर हैं जो कि हर आने-जाने वाले व्यक्ति की सर्चिंग करती हैं. उसके बाद भी यहां लगे सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा एजेंसी के जवान अगर किसी भी व्यक्ति को संदिग्ध देखते हैं तो तुरंत उसकी तलाशी ली जाती है और साथ ही पूरी पूछताछ होती है.